Jodhpur News: राजस्थान में पेपर लीक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. राजस्थान सरकार के द्वारा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कानून भी बनाया गया है लेकिन फिर भी पेपर लीक मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इसी बीच अब एक और पेपर लीक मामला सामने आया है. दरअसल, जोधपुर के करवड़ क्षेत्र में स्थित सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय में बीते मई 2022 में बीए का प्रश्रपत्र आउट हुआ था. इसकी जांच पड़ताल के बाद विवि की कुलसचिव ने कॉलेज के प्रोफेसर और छात्रा के खिलाफ अब पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है. जांच में सामने आया कि इसमें कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विजय सिंह श्योराण और छात्रा कुंजल डूकिया ने मिली भगती कर पेपर आउट किया. दोनों के खिलाफ राजस्थान परीक्षा अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है.


जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट करवड़ पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है. थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. प्रोफेसर डिंपल पंवार की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया कि पिछली 31 मई को पुलिस विश्वविद्यालय में बीए का पेपर आउट हुआ था. इस बारे में जांच की गई. जांच में पता लगा कि इसमें कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. विजय सिंह श्योराण और छात्रा कुंजल डूकिया ने मिलकर कर पेपर आउट किया था. इस मामले में आगे की जांच की जा रही है. 


ऐसे हुआ खुलासा
सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के मुताबिक चार स्टूडेंट्स प्रियांशी गहलोत, दीपक, चेतन उपाध्याय और सागर विश्नोई ने 5 अगस्त को कुलपति के निजी सचिव से मुलाकात की थी. इस दौरान प्रियांशी गहलोत ने विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के सहायक आचार्य एंव एसोसिएट डीन डॉ. विजय सिंह श्योराण के खिलाफ मानसिक प्रताड़ना और उत्पीड़न की शिकायत करते हुए जानकारी दी कि 31 मई 2022 को हुए बीए सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर के बैंकिंग एंड फाइनेंस का पेपर लीक किया गया था. साक्ष्य के रूप में हस्तलिखित पेपर की फोटो एवं एक रिकॉर्डिंग उपलब्ध करवाई. इसमें पेपर लीक होने का जिक्र है पेपर का मूल पेपर भी निजी सचिव को उपलब्ध करवाया गया.


कई अहम सबूत मिले
प्रियांशी गहलोत के अनुसार पेपर डॉ. विजय सिंह श्योराण ने सोशल साइंस प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कुंजल डूकिया को परीक्षा की पूर्व रात्रि को देना बताया. जब हस्तलिखित पेपर को मूल पेपर से मिलान किया गया तो हुबहू समान पेपर निकला. पेपर लीक की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा प्रश्न पत्र बनाने से लेकर उत्तर पुस्तिका जांचने तक से सम्बन्धित सभी कार्रवाई, कागजात, पत्र व्यवहार, प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाए आदि सील कर कुलपति कार्यालय में जमा करवा दी गई. रजिस्ट्रार ने पुलिस से कहा है कि मामले की जांच के दौरान आवश्यकता पड़ने पर यह सभी उपलब्ध करवा दी जाएंगी.


ये भी पढ़ें


Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में भी होगी पैरेंट्स-टीचर मीटिंग, सोशल मीडिया पर बनेगा ग्रुप


Rajasthan News: 1 साल तक की सजा वाले मुकदमे वापस लेगी राजस्थान सरकार, जानें- क्या हैं शर्तें?