Jodhpur News: राजस्थान (Rajasthan) के दूसरे बड़े जिले जोधपुर (Jodhpur) की एयरपोर्ट स्थित पॉश कॉलोनी में 5 नवंबर की रात को हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय अशोक चोपड़ा के घर में काम करने वाले नेपाली घरेलू नौकरों ने पूरे परिवार को नशीला पदार्थ खिलाकर और लॉकर को तोड़कर सोने, चांदी के जेवरात और ज्वैलरी लूट ली थी जिसकी कीमत करोड़ों है. इस लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे नेपाली नौकर मालिक की कार को भी चुराकर ले गए. इस मामले में हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय अशोक चोपड़ा की बेटी अंकिता चोपड़ा ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया. यह जोधपुर में इस साल की सबसे बड़ी लूट की वारदात मानी जा रही है लेकिन इस लूट में कितने के माल की लूट हुई वो आंकड़ा अभी सामने नही आया हैं.
क्या है पूरा मामला?
जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने बताया कि हैडीक्राफ्ट व्यवसाय अशोक चोपड़ा के घर में काम करने वाले नेपाली 4 घरेलू नौकरों ने 3 अन्य नेपाली युवकों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस लूट की घटना के बाद पुलिस ने खुलासा करते हुए नेपाली नौकरों सहित एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम दिल्ली, गुजरात अहमदाबाद के हीरा व्यापारियों से भी पूछताछ कर रही है. जोधपुर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय अशोक चोपड़ा की ओर से चोरी हुए सामान और नकदी को लेकर अभी तक कोई विस्तृत लिस्ट पुलिस को उपलब्ध नहीं कराई गई है. अभी तक पुलिस की बरामदगी में करीब 2 से 3 करोड़ की कीमत का सामान लुटेरों से बरामद किया जा चुका है. वहीं आगे की जांच चल रही है. लूट की वारदात में शामिल 3 की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं 4 नेपाली नौकर अभी भी फरार हैं.
डीसीपी अमृतसर दुहान ने बताया कि जोधपुर में हुई जहरखुरानी के बाद लूट की वारदात में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं. जयपुर, दिल्ली, नेपाल बॉर्डर, अहमदाबाद, कुचामन सहित अन्य जगह पर दबिश और जानकारी जुटाने के बाद बड़ी सफलता हासिल हुई. लूट में शामिल तीन नेपाली घरेलू नौकरों के साथ एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. अशोक चोपड़ा के घर पर काम करने वाले नेपाली नौकरों में अमरसिंह, धनबहादुर, लक्ष्मी और मंजिल शामिल हैं. पुलिस ने अब तक 2 लेपटॉप, 3 मोबाइल, 7 घड़ियां, 1,21,000 नकद, महत्वपूर्ण दस्तावेज और वारदात में प्रयुक्त औजार और उपकरण बरामद किए.
7 लोग हैं चोरी में शामिल
बता दें कि हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी के घर में हुई करोड़ों की चोरी के बाद अशोक चोपड़ा को 21 घंटे बाद होश आया था. घर में हुई करोड़ों की लूट के बाद उन्होंने कहा कि मैंने विश्वास किया, उसका नतीजा मुझे मिल गया है. यह तो भगवान का आशीर्वाद है कि कोई जनहानि नहीं हुई. मैं तो अभी भी सोच रहा हूं कि इन लोगों ने ऐसा क्यों किया. मेरे घर से कितने माल की लूट हुई हैं, अभी मुझे जानकारी नहीं है. अशोक चोपड़ा ने बताया कि लुटेरों ने उसका मोबाइल फोन ही चला दिया था.
पुलिस उपायुक्त पूर्व डॉ अमृता दुहन और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पूर्व नाजिम अली पूरे मामले में मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जोधपुर में साइबर विशेषज्ञ और तकनीकी एक्सपर्ट की टीम भी नौकरों के बारे में तकनीक की मदद से सूचनाएं संकलन कर संबंधित को भेजते रहे.पुलिस ने बताया कि नेपाल के कैलाली के नौकरों का गिरोह पहले भी देश में कई जगह अलग-अलग चोरी को अंजाम दे चुका है. पुलिस ने पुराने मामले खंगाले तो पता चला कि इनका चोरी का पैटर्न रहा है. नेपाल के कैलाली से आकर ये लोग देश में चोरी की वारदातों को अंजाम देकर दिल्ली भाग जाते हैं. वहां दो तीन दिन रुकते हैं, फिर अलग-अलग रास्तों से नेपाल चले जाते हैं. जोधपुर में हैंडीक्राफ्ट कारोबारी के घर हुई 10 करोड़ की चोरी में 7 नेपाली शामिल थे. बिजनेसमैन के चार नौकरों ने वारदात के लिए नेपाल से तीन और लोगों को बुलाया था. फिर सबने मिलकर गोल्फ कोर्स निवासी अशोक चोपड़ा के यहां लूटपाट की.
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