Jodhpur News: एयरोमॉडलिंग का शौक महंगा लेकिन आपके भविष्य को दे सकता है दिशा, जानें डिटेल
Jodhpur News: जोधपुर में शर्मा ब्रदर्स एरो मॉडल के मैन्युफैक्चरिंग की अग्रणी संस्था है. इसकी शुरुआत 1974 में की गई थी. शर्मा ब्रदर्स के मालिक आनंद स्वरूप शर्मा सिंचाई विभाग से रिटायर जेईएन हैं.
Jodhpur News: भारतीय धार्मिक ग्रंथों और पौराणिक कथाओं में उड़न खटोले या विमान का जिक्र मिलने की बात कही जाती है. आधुनिक युग में हवाई जहाज की बात आती है तो क्रेडिट राइट ब्रदर्स को दिया जाता है. लेकिन जिस तकनीक का आविष्कार भारत में हुआ उसके लिए अमेरिकी बंधुओं राइट ब्रदर्स को क्रेडिट दिया जाना कितना सही है. आपकी दुविधा भी हम दूर किए देते हैं. हवाई जहाज के इतिहास की शुरुआत वर्ष 1895 में भारत में ही हुई थी लेकिन विडंबना देखिए कि इतिहास में भारत का कोई नाम नहीं है क्योंकि उस समय भारत ब्रिटिश सरकार के अधीन था. हवाई जहाज के इतिहास में कई विवाद रहे हैं. 1895 में महाराष्ट्र निवासी शिवकर बापूजी तलपडे नाम के वैदिक विद्वान ने मुंबई की चौपाटी के पास हवाई जहाज को उड़ाया था. दुनिया के पहले हवाई जहाज को बापूजी तलपडे 100 फीट की ऊंचाई तक उड़ाने में कामयाब रहे.
एयरोमॉडलिंग के तहत विमान बनाने की अग्रणी संस्था है शर्मा ब्रदर्स
उड़ान भरना, पंख फैलाना, आसमान से बातें करना, दुनिया को ऊपर से देखने का सपना हर किसी का होता है. इस सपने को साकार करने के लिए एयरोमॉडलिंग से शुरुआत की जा सकती है. एरो मॉडल उड़ाने के लिए आपको शहर से करीब 20 किलो मीटर दूर जाना होगा और उसके लिए भी समय सीमा तय की गई है. इसको शौक के तौर पर कई लोग उड़ाते हैं. लेकिन अब युवाओं का पैशन बनता जा रहा है. इसको उड़ाने में अनुशासन के साथ सावधानियां भी बढ़ती जाती हैं क्योंकि आपकी एक छोटी सी गलती से दुर्घटना हो सकती है. जोधपुर में शर्मा ब्रदर्स एरो मॉडल के मैन्युफैक्चरिंग की अग्रणी संस्था है. इसकी शुरुआत 1974 में की गई थी.
शर्मा ब्रदर्स के मालिक आनंद स्वरूप शर्मा सिंचाई विभाग से रिटायर जेईएन हैं. उन्होंने बड़े भाई महेश शर्मा के साथ मिलकर शुरू किया और कंपनी के प्रति लोगों का रुझान भी बढ़ रहा है. फैक्ट्री में वुडन को लेजर के जरिए काटा जाता है और उसको बनाने में फिजिक्स और तकनीक का पूरा ज्ञान भरा हुआ है. जंग के दौरान एयरफोर्स की अहम भूमिका रहती है. एयरफोर्स के विमान मिशन को पूरा करते हैं. आपातकाल में ड्रोन मानव रहित टोही विमान को शत्रु के क्षेत्र में भेजा जाता है. एयरो मॉडल क्राफ्ट फूड के बोर्ड को काटकर बनाया जाता है. उसके अलग-अलग मॉडल अलग अलग तरीके से तैयार होते हैं. आसमान की ऊंचाई में उड़ान भरने और कंट्रोल करने के लिए सिमुलेटर का इस्तेमाल किया जाता है. एयरो मॉडल उड़ाने वाले को पूरी सावधानी बरतनी पड़ती है.