Jodhpur News: राजस्थान को भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार प्रयास कर रहे हैं. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीमें भ्रष्टाचारियों पर लगातार शिकंजा कस रही है. जोधपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने आज गुरूवार को जिले के शेरगढ़ तहसील में लगे पटवार मंडल के पटवारी को एक हजार रूपए की रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. रिश्वत की राशि उसने अपनी पहनी हुई पेंट की दाहिनी जेब में डाल दिया था. इशारा मिलने पर ब्यूरो टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. 


नामांतरण का नकल देने के लिए मांगे रुपए


ब्यूरो एएसपी भोपालसिंह ने बताया कि शेरगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत हनुवंत नगर निवासी, चैनसिंह पुत्र रेवंत सिंह की तरफ से एक शिकायत दी गई थी. इस शिकायत का सत्यापन 18 दिसम्बर को करवाया गया था. इसमें बताया गया कि गांव सिहांदा में सामलाती कृषि भूमि आई है जिसमें उसका हिस्सा 20.03 बीघा है. इसमें से उसने 0.13 बीघा को सार्वजनिक प्रयोग के लिए हितदान किया था. मगर इस जमीन के नामांतरण के लिए वह पटवार मंडल शेरगढ़ के परसराम गुर्जर से संपर्क किया. इस पर गुर्जर ने नामांतरण का नकल देने के लिए 5000 रुपए की रिश्वत की मांग की. बाद में यह सौदा 2000 रूपयों में हुआ. 


ट्रैप लगाकर आरोपी को पकड़ा गया


सत्यापन से पहले ही परिवादी चैनसिंह से 400 रूपए आरोपी परसराम गुर्जर ने ले लिए. बाद में दो सौ रूपए फिर लिए. बाकी के पैसे नकल उपलब्ध करवाने की बात पर हुई. ब्यूरो के एएसपी भोपालसिंह ने बताया कि दोनों का आमना-सामना होने पर परिवादी ने शेष रूपए के लिए एक हजार देने को कहा. इस पर गुरूवार को ट्रैप का आयोजन कर आरोपी पटवारी परसराम को गिरफ्तार कर लिया गया. उसने रिश्वत के एक हजार रूपए अपनी पेंट की दाहिनी जेब में रख लिए. मामले में अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है.  


ये भी पढ़ें-


Rajasthan Corona Cases: राजस्थान में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 13 हजार से ज्यादा नए मामले, 21 लोगों की गई जान


उदयपुर के रहने वाले इकबाल सक्का का अनूठा कारनामा, शायरी में लिख दिया संविधान...आगे खुद पढ़ें