Jodhpur Cyber Crime News: राजस्थान के जोधपुर पुलिस कमिश्नर क्षेत्र में ठगी और जालसाजी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह के निर्देश पर साइबर थाना पुलिस ने बुधवार (31 जुलाई) को भदवासिया क्षेत्र के गैस गोदाम के पास लग्जरी कार में सवार साइबर ठग गिरोह से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 26 आधार कार्ड, 46 डेबिट कार्ड, 4.9 लाख रुपये के दो चेक बुक जब्त की है.
आरोपी ग्रामीण और भोले भाले लोगों के बैंक खाते किराए पर लेकर उनमें जमा रुपये निकाल कर क्रिप्टोकरेंसी खरीदकर साइबर ठगों को भेजने का काम करते थे. सहायक पुलिस आयुक्त और थानाधिकारी जयराम मुंडेल ने बताया कि लग्जरी कार में सवार तीन युवकों के साइबर ठगी के गिरोह से जुड़े होने की सूचना मिली ती. साथ ही यह भी बताया गया था कि यह किराए के बैंक खातों से रुपये निकाल कर क्रिप्टोकरेंसी खरीदने है.
उन्होंने बताया कि इस बीच आरोपी भदवासिया क्षेत्र में घूम रहे थे. इसी दौरान निरीक्षक दिनेश डांगी, वी ऐसी कानसिंह के नेतृत्व में साइबर थाने के सहायक प्रोग्रामर पुनीत गहलोत नरपत सिंह और महिपाल ने तीनों युवकों को पकड़ लिया. इसका बाद उनकी तलाशी के दौरान उनके पास मोबाइल, सिम, डेबिट कार्ड, चेक बुक, पासबुक सहित अन्य दस्तावेज मिले. पुलिस जानकारी जुटा रही है कि अब तक कितने लोगों के नाम के इन्होंने खाते खोले हैं और कितने लोगों के साथ ठगी की है.
पुलिस ने तीन साइबर ठगों को दबोचा
साइबर ठगी के गिरोह में शामिल फलोदी जिले के भोजासर गांव निवासी अशोक कुमार (25 वर्षीय) पुत्र अर्जुन राम बिश्नोई, बाप पुलिस थाना क्षेत्र के राणेरी गांव का रहनेवाला गिरधारी राम (20 वर्षीय) पुत्र भागीरथराम मांजू और बीकानेर के नगरासर गांव का रहने वाला प्रदीप कुमार (20 वर्षीय) पुत्र रामरख डारा को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस पूछताछ में खुले ठगी के राज
साइबर ठगी के गिरोह से जुड़े तीनों आरोपियों से पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी गिरोह बनाकर घूमते हैं. ग्रामीण और भोले वाले शहर वासियों को कमीशन का लालच देकर बैंक खाता खुलवाते हैं. इन खातों में सिम, डेबिट कार्ड, चेक बुक, ऑनलाइन बैंकिंग सुविधा अपने पास रख ले लेते हैं. साइबर ठगों से संपर्क कर बैंक खातों के नंबर देते हैं और इन खातों में ठगी की राशि जमा करवाते हैं.
इसके बाद ठग युवक एटीएम कार्ड की मदद से ठगी के रुपये निकाल लेते हैं. निकल गए रुपये से यह साइबर ठग युवक ऊंचे दाम पर क्रिप्टोकरेंसी USDT खरीदते हैं. इसके बदले में इनको कमीशन मिलता है. वहीं पुलिस डेबिट कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल सिम के बारे में जांच कर रही है.