Jodhpur: मंडोर की पहाड़ियों से हथियार सहित गिरफ्तार किए गए गैंग के सदस्य, पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Operation Sunrise: जोधपुर पुलिस ने बदमाशों के मंसूबों को नाकाम कर दिया. बदमाशों के गैंग का डेरा मंडोर की पहाड़ियों पर था. चुन्नीलाल टाक की रेकी के लिए दो मुखबिर चौका में छोड़े गए थे.
Rajasthan News: राजस्थान पुलिस के "ऑपरेशन सनराइज" को बड़ी सफलता मिली है. चौका गांव के सरपंच की हत्या को अंजाम देने से पहले पुलिस ने गैंग का पर्दाफाश कर दिया. ऑपरेशन सनराइज के तहत आठ टीमों का गठन किया गया. जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ और डीसीपी अमृता दुहान के नेतृत्व में कमांडो को भी शामिल किया गया.
रातभर मंडोर की पहाड़ियों में सर्च ऑपरेशन चलाकर सुबह 3:30 बजे बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि पकड़े गए बदमाश लॉरेंस बिश्नोई और रितिक बॉक्सर की गैंग के संपर्क में थे.
सरपंच को मौत के घाट उतारने की फिराक में थे बदमाश
सरपंच की हत्या के लिए शार्प शूटर को भी बदमाश गैंग ने हायर किया था. हत्या के जरिए अमन-चैन को खराब करके दहशत फैलाने की मंशा थी. बदमाशों के कब्जे से 6 पिस्टल, 13 मैगजीन, 127 कारतूस, 7 खाली केस और एक नई हीरो स्ट्रीम पावर बाइक बरामद हुई है. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट डीसीपी अमृता दुहान ने बताया कि गैंग का डेरा मंडोर की पहाड़ियों पर था.
पहाड़ियों से गैंग आने जाने वालों पर नजर रख रही थी. भागने के लिए पावर बाइक की भी खरीदारी की गई थी. चुन्नीलाल टाक की हत्या करने की तैयारी में गैंग था. चुन्नीलाल टाक की रेकी के लिए दो मुखबिर चौका में छोड़े गए थे. मुखबिर सरपंच की पल-पल की खबर दे रहे थे.
ऑपरेशन सनराइज चलाकर पुलिस ने किया पर्दाफाश
सरपंच चुन्नीलाल टांक केरु पंचायत समिति के ब्लॉक अध्यक्ष और प्रदेश सरपंच संघ के उपाध्यक्ष भी हैं. बदमाश उमेद सिंह फौजी नाम का शख्स पोक्सो एक्ट में दर्ज मामले को हटाने के लिए दबाव बना रहा था. मना करने पर सरपंच को मौत के घाट उतारने की साजिश रच डाली. पुलिस ने उम्मेद सिंह फौजी सहित छह लोगों को हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया है. मुखबिर की सूचना पर मंडोर की पहाड़ियों में घेराबंदी कर बदमाशों को दबोचा है.
पुलिस ने बताया कि उम्मेद सिंह फौजी पर चार हजार का इनाम घोषित है. राजीव गांधी नगर थाने में पॉक्सो एक्ट का वांछित होने के साथ बदमाश प्रवृति का उम्मेद सिंह फौजी है. उम्मेद सिंह फौज से भी बर्खास्त हो चुका है. पुलिस ने उसकी योजना को विफल कर दिया. बदमाश सरपंच की जान तक ले सकता था.