FIR on BJP Candidate Jyoti Mirdha: राजस्थान की राजनीति में प्रमुख जाट नेताओं में से एक ज्योति मिर्धा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. नागौर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा सहित तीन के खिलाफ जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के ईस्ट पुलिस थाना उदयमंदिर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है. ज्योति मिर्धा और अन्य पर भूखंड के विक्रय अभिलेख में कूट रचना करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया गया है. हालांकि भूखंड विवाद के इस मामले पहले ज्योति मिर्धा ने चौपाटी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. 


जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट के उदय मंदिर पुलिस थाना के थानाधिकारी प्रेमदान रतनू ने बताया कि इस्तगासा के जरिये एक एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें ज्योति मिर्धा सहित तीन के विरुद्ध धोखाधड़ी के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है. इसकी जांच की जा रही है. कोर्ट के द्वारा इस्तगासा जयपुर निवासी विजय पूनिया की ओर से अनिल पुत्र भूराराम चौधरी ने दायर की है. इस्तगासा के जरिये ये मामला पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा और उनकी बहन हेमश्वेता मिर्धा पत्नी दीपेंद्र हुड्डा और प्रेम प्रकाश पुत्र हरिराम मिर्धा के खिलाफ दर्ज करवाई गई है.


विक्रय विलेख में कूटरचित करने का आरोप
इस एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि जोधपुर के सुथला में भानु प्रकाश मिर्धा की खातेदारी जमीन को आदर्श प्रगतिशील गृह निर्माण सहकारी समिति को बेची गई थी. इस जमीन को भूखंड बनाकर बेचा गया था, इसमें से एक भूखंड विजय पूनिया ने समिति से खरीदा था. इसके लिए जेडीए उस भूखंड का पट्टा भी जारी कर दिया था. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि वीना देवी, ज्योति मिर्धा, बहन हेमश्वेता मिर्धा और प्रेम प्रकाश ने विक्रय विलेख में कूटरचित ढंग से आधी जमीन का ही बेचान दर्शाया है.


ज्योति मिर्धा की अपील सुप्रीम कोर्ट से हो चुकी निस्तारित
इस मामले में हद तो तब हो गई, जब मई 1988 से अक्टूबर 1989 के इस विक्रय विलेख पर मोबाइल नंबर अंकित था, जबकि उस समय मोबाइल प्रचलन में ही नहीं आए थे. ज्योति मिर्धा और अन्य ने साल 2021 में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में इस मामले को लेकर एक एफआईआर दर्ज करवाई थी. जिसमें उषा पूनिया, हिमानी शिवानी, अनिल, कमला, महेश, कमलेश, रुखसाना के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. इस मामले की सुनवाई 5 अक्टूबर 2021 को हाईकोर्ट में हुई, सुनवाई के बाद कोर्ट ने मामले को खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अपील ही निस्तारित कर दी थी. 


ज्योति मिर्धा नागौर से हैं बीजेपी प्रत्याशी 
शिकायतकर्ता का आरोप है कि पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा, उनकी बहन हेमश्वेता मिर्धा और प्रेम प्रकाश ने विक्रय विलेख में कूटरचित ढंग राजस्व रिकॉर्ड में वीणा देवी का नाम दर्ज करवा दिया है. बता दें कि ज्योति मिर्धा ने हाल के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए बगावत कर दिया था और बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इस बार बीजेपी ने नागौर विधानसभा क्षेत्र से ज्योति मिर्धा को प्रत्याशी बनाया है. 


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