Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर शहर के सिटी रेलवे स्टेशन (Jodhpur railway station) की मौजूदा भव्य इमारत अब तस्वीरों में सिमटकर रह जाएगी. जी हां! रेलवे ने अब बढ़ते यात्री भार को ध्यान में रखते हुए 500 करोड़ रुपए की लागत से इस स्टेशन की मौजूदा इमारत की जगह एक भव्य और ऐसे विशाल रेलवे स्टेशन के निर्माण की पूरी तैयारी कर ली है जहां पहुंचकर रेल यात्रियों को न सिर्फ एयरपोर्ट जैसी फीलिंग होगी बल्कि वहां वे सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी जिससे उन्हें अपनी यात्रा का सुखद अहसास होगा.
सूरत बदलने की पूरी तैयारी
उत्तर-पश्चिम रेलवे (North Western Railway) के सिटी स्टेशन की सूरत पूरी तरह से बदलने के लिए रेलवे की पूरी तैयारी है और खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव यह चाहते हैं कि उनके गृहनगर जोधपुर सिटी रेलवे स्टेशन की बहुद्देश्यीय, बहुमंजिला और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नई इमारत का जल्द से जल्द निर्माण हो ताकि सुदूर प्रदेशों और सात समंदर पार से आने वाले विदेशी मेहमानों को भी यहां मनचाही सुविधा मिल सके.
रेलमंत्री की मंशा के अनुरूप रेलवे ने रेल भूमि विकास प्राधिकरण के माध्यम से जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की इबारत लिख दी है जिसके तहत पुनर्विकास के लिए करीब 500 करोड़ रुपए का तखमीना तैयार किया गया और इसे हरी झंडी भी मिल गई है.
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टेंडर प्रक्रिया शुरू
इस संबंध में जोधपुर डीआरएम गीतिका पांडेय का कहना है कि सिटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य स्वीकृत हो चुका है, इसकी टेंडर प्रक्रिया भी प्रारंभ हो रही है और सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल अक्टूबर में मुख्य रेलवे स्टेशन की पुरानी इमारत को हटा कर एक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन की नई इमारत की इबारत लिखी जाएगी. हालांकि मौजूदा इमारत की बनावट देश के प्रमुख स्टेशनों की भव्य इमारतों की फेहरिस्त में शुमार है लेकिन रेलवे ने आने वाले वर्षों में जनसंख्या के साथ बढ़ते रेल ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए यह बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
मुख्य साइड की इमारत पांच मंजिला
रेलवे स्टेशन की बनने वाली नई इमारत ग्राउंड फ्लोर के अलावा चार मंजिला होगी जिसमें प्रमुख कार्यालय, बुकिंग विंडो, आरक्षण कार्यालय, वीआईपी लॉन्ज, स्टेशन मास्टर कार्यालय, आरपीएफ, जीआरपी कार्यालय और अन्य कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर तथा अन्य मंजिलों पर एसी/नॉन एसी रिटायरिंग रूम्स,पेड वेटिंग रूम,खानपान की स्टाल्स व स्थानीय उत्पादों की स्टाल्स लगाना प्रस्तावित है. इसी प्रकार रेलवे स्टेशन का द्वितीय प्रवेश द्वार ग्राउंड फ्लोर के अलावा तीन मंजिला होगा जहां यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी.
प्लेटफॉर्म्स को जोड़ने वाला एयर कॉनकोर्स
रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत एयर कॉनकोर्स विकसित किया जाएगा जो रेलवे स्टेशन पर स्थित सभी प्लेटफॉर्म्स से कनेक्ट रहेगा जहां पर यात्री खड़े रह सकेंगे और अपनी गाड़ी आने के बाद प्लेटफॉर्म पर जा सकेंगे.
सुविधाओं के साथ पर्यटकों व रोजगार में वृद्धि
पुनर्विकास के बाद जोधपुर रेलवे स्टेशन पर उन्नति यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा. पुनर्विकास के बाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन से चार गुना बढ़ जाएगी और इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा जिसका लाभ स्थानीय लोगों को भी मिलेगा.
होगी ग्रीन बिल्डिंग
स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को संरक्षा, बेहतर अनुभव और विश्व स्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है. स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी.
वाहनों के आवागमन को बनेगा कॉरिडोर
नए सिरे से तैयार होने के बाद रेलवे स्टेशन की तस्वीर एक एयरपोर्ट की तरह नजर आएगी जहां वाहनों के आवागमन के लिए अलग से कॉरिडोर स्थापित किया जाएगा. आम यात्रियों के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी.
आगमन और निकासी के होंगे अलग द्वार
इसके अतिरिक्त स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट, बाहर निकलने और भीतर प्रवेश करने के लिए अलग-अलग गेट बनाए जाएंगे जिससे एक साथ सैकड़ों यात्री रेलवे स्टेशन से बाहर निकल और भीतर प्रवेश कर सकेंगे.
पांच सितारा होटल का होगा अहसास
नए रेलवे स्टेशन परिसर में खानपान स्टॉल सहित अन्य वे सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी जो पांच सितारा होटल का अनुभव प्रदान करेंगी. वहीं अपग्रेड होने के बाद इस स्टेशन पर लॉबी, पैड लाउंज, फूड कोर्ट के अलावा लिफ्ट और एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे जिससे आम यात्रियों के साथ बुजुर्गों और दिव्यांगों को सुविधा उपलब्ध होगी.
विकसित होगा हाई सिक्योरिटी सिस्टम
नई इमारत बनने के बाद रेलवे स्टेशन परिसर में सुरक्षा को लेकर विशेष बंदोबस्त किए जाएंगे और रेलवे स्टेशन पर हाई सिक्योरिटी सिस्टम स्थापित किए जाएंगे. पूरा रेलवे स्टेशन परिसर सीसीटीवी कैमरे की नजर में होगा, इसके अतिरिक्त आरपीएफ और जीआरपी पुलिस सदैव अलर्ट मोड पर रहेगी.
प्रतिदिन आते हैं 42 हजार यात्री
जोधपुर रेलवे स्टेशन देश का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है जहां देश के विभिन्न हिस्सों से ट्रेनों का आवागमन होता है, जिसमें हावड़ा, पूरी, जम्मूतवी, सिकंदराबाद, बैंगलोर, त्रिवेंद्रम, चेन्नई, काठगोदाम इत्यादि स्टेशनों से आने वाली और यहां से गुजरने वाली 63 जोड़ी ट्रेनें प्रमुख हैं. ऐसे में जोधपुर रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 42 हजार है. रेलवे स्टेशन का विकास और विस्तार आगामी 40 वर्षों में बढ़ने वाले संभावित यात्री को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा.
-जोधपुर रेलवे स्टेशन जोधपुर शहर के बीचोबीच स्थिति है और यह भारत के प्रमुख स्टेशनों की सूची में शुमार है. वर्तमान में यह भारतीय रेलवे के उत्तर-पश्चिम रेलवे के प्रशासनिक नियंत्रण में है.
-मौजूदा समय में जोधपुर रेलवे स्टेशन में पांच प्लेटफार्म और छह ट्रैक हैं. मुख्य स्टेशन पर ट्रैफिक कम करने के उद्देश्य से उपनगरीय भगत की कोठी रेलवे स्टेशन को यात्री ट्रेनों के लिए दूसरे मुख्य रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया गया था.
-जोधपुर रेलवे स्टेशन 1885 में न्यू जोधपुर रेलवे के अधिकार क्षेत्र में खोला गया और यह स्टेशन भारतीय रेलवे के शीर्ष 100 बुकिंग स्टेशनों में से एक है.
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