Jodhpur Cylinder Blast: सिलेंडर ब्लास्ट मामले में पीड़ितों को आर्थिक मदद दिलाने की मांग पर आज लोगों का गुस्सा फूट फूड़ा. हजारों की तादाद में महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी से काले झंडों के साथ रैली निकाली गई. राज्य सरकार के रवैये से नाराज राजपूत समाज धरने पर बैठ गया. लोगों का गुस्सा देख प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया. ज्ञापन के जरिए उठाई गई मांग पर सहमति नहीं बन सकी. प्रशासन और प्रतिनिधिमंडल के बीच सहमति नहीं होने पर आक्रोशित लोग जमकर नारेबाजी करने लगे. प्रतिनिमंडल संभागीय आयुक्त कार्यालय में ज्ञापन देने पहुंच गया. बात नहीं बनने पर प्रतिनिधिमंडल आयुक्त के चैंबर में धरने पर बैठ गया.


आयुक्त के चैंबर में धरना


करीब 20 मिनट तक धरने पर बैठने के बाद प्रतिनिधिमंडल चैंबर से बाहर निकल आया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि गैस त्रासदी राजस्थान के इतिहास की सबसे बड़ी घटना है. ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से मुआवजे का एलान ऊंट के मुंह में जीरा समान है. तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस ने जवानों को तैनात किया. जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ और ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कायल सहित सैकड़ों जवान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहे. संभागीय आयुक्त कार्यालय में समाज की ओर से ज्ञापन देने पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी, पूर्व मंत्री गजेंद्रसिंह खींवसर, पूर्व राज्यसभा सदस्य नारायण सिंह माणकलाव, बाली विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत, पूर्व विधायक बाबूसिंह राठौड़, पूर्व अध्यक्ष मारवाड़ राजपूत सभा हनुमान सिंह खांगटा, चित्तौड़ विधायक चंद्रभान सिंह सिवाना, विधायक हमीर सिंह भायल, पूर्व मंत्री जोगाराम पटेल, सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, फलोदी विधायक पब्बाराम विश्नोई सहित कई संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल रहे. 




प्रतिनिधिमंडल की मांग



  • सिलेंडर ब्लास्ट में घायलों को 25-25 लाख का मुआवजा 

  • मृतकों के परिजनों को 50 50 लाख रुपए का मुआवजा

  • मृतकों के एक परिजन को सरकारी नौकरी की मांग

  • घायल के परिवार को संविदा पर नौकरी दी जाए

  • जान देकर लोगों को बचाने वाले सुरेंद्र सिंह को वीरता पुरस्कार और परिवार को विशेष सहायता राशि

  • जान देकर लोगों को बचानेवाले मेकअप मैन दिलीप सेन के परिजनों को भी विशेष पैकेज

  • अनाथ हुए बच्चे रावल सिंह की परवरिश और शिक्षा के लिए विशेष सहायता

  • गैस एजेंसी पर मुकदमा दर्ज कर कंपनी से भी मुआवजा दिलाया जाए


जोधपुर के भूंगरा गांव में 8 दिसंबर को शादी समारोह की खुशियां मातम में बदल गईं. सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग की चपेट में आकर 60 से ज्यादा लोग झुलस गए. 54 लोगों को महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान अब तक 35 लोगों ने दम तोड़ दिया है. चिरंजीवी योजना के तहत 5-5 लाख रुपए और मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के परिजनों को दो 2-2 लाख और घायलों को 1-1 लाख की मदद की घोषणा की गई है. 


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