Jodhpur News: सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश ने धार्मिक शोभायात्राओं पर हो रहे पथराव को साजिश का हिस्सा बताया है. उन्होंने सरकार से असामाजिक तत्वों को पकड़कर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. जोधपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र सरकार को शराबबंदी पर बड़ा फैसला लेने की जरूरत है. उसके बाद राज्य सरकारें भी शराबबंदी कर पाएंगी. उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा शराबबंदी लागू की गई लेकिन दूसरी ओर से शराब पहुंचने लगी.


स्वामी आर्यवेश ने केजरीवाल पर बोला हमला


उन्होंने देश के तीन राज्यों में शराब नीति पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली में शराब की दुकानों का खुलना समाज के लिए गलत बताया. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली में महिलाओं के लिए अलग से बार खोल दिए गए. मोहल्लों के बाहर शराब ठेके का विरोध किया है और आगे भी विरोध जारी रहेगा. स्वामी आर्यवेश ने बताया कि आने वाले समय में शराबबंदी पर बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं. देश में 80 फीसद लोग शराब नहीं पीते हैं. इसलिए शराबबंदी पर कड़ा कदम उठाने की केंद्र को जरूरत है.


अजान के दौरान हनुमान चालीसा पाठ गलत


देश में ज्वलंत मुद्दे पर भी उन्होंने राय रखी. उन्होंने अजान के दौरान हनुमान चालीसा पाठ को गलत बताया. उन्होंने कहा कि मुसलमान अपने धर्म का पालन कर रहे हैं. हमें भी अपने धर्म का पालन करना चाहिए. जिद की बुनियाद पर आपस में बटवारा करने से अच्छा है सभी लोग अपने अपने धर्म का पालन करें. उन्होंने कहा कि सरकारी निर्देशानुसार ध्वनि प्रदूषण के तहत अजान, हनुमान चालीसा होना चाहिए. लोगों को कानून का पालन करना जरूरी है. स्वामी आर्यवेश ने कहा कि देश के विश्व गुरु बनने की स्थिति कहीं नजर नहीं आ रही है. अभी तो आम लोगों को अपना गुरु बनने की जरूरत है. देश के विश्व गुरु बनने से हम कोसों दूर हैं, लेकिन कोशिश करेंगे तो भारत दुनिया में विश्व गुरु बन जाएगा.


उन्होंने कहा कि पथराव का ट्रेंड चल रहा है. सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए ट्रेंड को रोकना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आर्य समाज वैश्विक मूल्यों को मानने वाला समाज है. संसार का उपकार ही आर्य समाज का मुख्य उद्देश्य है. करीब 148 सालों से आर्य समाज इस दिशा में काम कर रहा है. देश में हर तरह की विपदा-आपदा के समय आर्य समाज हमेशा सक्रिय रहता है. आर्य समाज ने ही सती प्रथा के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाई थी. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा भी दिया था. वर्तमान में लिंगानुपात से समाज का संतुलन बिगड़ रहा है. इसके लिए आर्य समाज लोगों को जागरुक और संगठित कर रहा है. समाज का एक सूत्र में पिरोने का काम आर्य समाज कर रहा है.


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आर्य समाज राजस्थान में लगाएगा यूथ कैंप


उन्होंने कहा कि जातिवाद, सांप्रदायिक मुक्त समाज, नशाखोरी, अंधविश्वास, अशिक्षा और महिला उत्पीड़न पर आर्य समाज हमेशा से आवाज उठा रहा है. इस बार आर्य समाज राजस्थान के सभी जिलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान यूथ कैंप लगाएगा. कैंप में महिला और पुरुषों की अलग-अलग व्यवस्थाएं होंगी. लोगों को शिक्षित और जागरूक किया जाएगा. सभी जिलों में जनचेतना यात्राएं भी निकाली जाएंगी. करीब तीन महीने के भीतर एक लाख नवयुवकों से संपर्क कर जागरूक करने का लक्ष्य रखा गया है.


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