Rajasthan News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में आज सुबह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. एसीपी कार्यालय प्रताप नगर से मात्र 100 मीटर की दूरी पर एक मजदूर की अज्ञात गाड़ी से दुर्घटना में मौत हो गई. सड़क पर पड़े लावारिश मजदूर के शव को नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाया गया. इस घटना का खुलासा सीसीटीवी से हुआ.


 

एसीपी प्रेम धनदे ने बताया कि सुबह देवाराम प्रजापत नाम के एक मजदूर का एक्सीडेंट हुआ. एक्सीडेंट होने के दौरान उसकी मौत हो गई एंबुलेंस को कॉल किया गया लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची. उस दौरान काफी भीड़ इकट्ठा हो चुकी थी तभी नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी अचानक आकर रुकी और उसमें शव को ले जाया गया.

 


 

मृतक की पहचान देवाराम प्रजापत के रूप में हुई है जोकि बिलाड़ा गांव का रहने वाला है. उसके घर वालों को सूचित कर दिया गया है बताया जा रहा है कि देवाराम प्रजापत मजदूरी का काम करता था. आज सुबह दुर्घटना में उसकी मौत हो गई और शव को मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है. शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा.

 





चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री लगातार दावे कर रहे हैं कि राज्य में कई संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं. एंबुलेंस एक कॉल करते ही मौके पर पहुंचती है किसी भी तरह की बीमारी से जूझने के लिए मोटरसाइकिल एंबुलेंस को भी लगाया गया है. इतने संसाधन होने के बावजूद एक शव को घंटों इंतजार करना पड़ा और आखिर में नगर निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी में कचरे की तरह डालकर उसे अस्पताल ले जाया गया. लावारिस शव को कचरा उठाने वाली गाड़ी में ले जाने के मामले में किसकी लापरवाही है. इस मामले में सरदारपुरा एसीपी चक्रवर्ती सिंह को जांच सौंपी गई है.