Jodhpur Violence: 'सूरसागर हिंसा के आरोपियों के खिलाफ हो बुलडोजर एक्शन', हिंदू संगठनों ने पुलिस को सौंपा ज्ञापन
Jodhpur Violence Update: जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र में दो समुदायों के बीच टकराव हुआ. हिंदू संगठनों ने सोमवार को ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन होगा.
Rajasthan News: जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र में शुक्रवार रात को दो समुदायों के बीच में टकराव हो गया. उसके बाद क्षेत्र में उपद्रवियों ने करीब डेढ़ घंटे तक पथराव और आगजनी की पत्थरबाजी के दौरान पुलिस के एसएचओ सहित पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, वहीं एक महिला की एक आंख फूट गई.
इस घटना के बाद क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है, वहीं बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है. सोमवार को 3 दिन बाद हिंदू संगठन और साधु संत इकट्ठा होकर जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोधपुर जिला कलेक्टर के यहां पहुंचे और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की.
हिंदू संगठनों और संतों ने कहा कि सर्व समाज द्वारा प्रशासन को चेतावनी देते हुए हम मांग करते हैं कि इस विषय में 7 दिनों में उचित कानूनी कार्रवाई नहीं की तो सर्व हिंदू समाज पूरे जोधपुर शहर में उग्र आंदोलन करेगा.
हिंदू संगठनों और साधु संतों ने आरोप लगाया, ''21 जून 2024 को सूरसागर क्षेत्र में उपद्रवियों ने विभत्स घटना को अंजाम दिया जिससे संपूर्ण हिंदू समाज आक्रोशित है क्योंकि उपद्रवियों ने महिलाओं पर पत्थरबाजी की, दुकानें जलाई और पुलिस पर भी जानलेवा हमला किया. पुलिस अधिकारियों, महिलाओं और समाज के लोगों को गंभीर चोटें आई. बहुत से घरों में घुसकर जान से मारने का प्रयास किया गया, जिससे सूरसागर क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल पैदा हो गया है. पिछले कई वर्षों से उपद्रवियों द्वारा निरंतर अनैतिक कार्य दंगे फैलाना, महिलाओं और लड़कियों के साथ छेड़खानी करने की शिकायत है. जिसकी वजह से पहले भी क्षेत्र में दंगे हुए और जानमाल की क्षति भी हुई है. ''
उन्होंने मांग की, ''राजाराम चौराहे पर अवैध मीट की दुकानें संचालित हो रही है जो मंदिरों के पास है. जिससे हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचती है इसको बंद करवाया जाएं. चौराहें पर सड़क सीमा में अवैध अतिक्रमण कर रखा है उसकी जांच करके अवैध निर्माण ध्वस्त करवाया जाएं.''
उन्होंने मांग की, ''नो एंट्री जोन होने के बाद भी चौराहे पर व मुख्य सड़क पर भारी वाहन खड़े रहते है जिससे यातायात बाधित रहता है आये दिन दुघटनाएं भी होती रहती है इसकी जांच करके दुरस्त किया जाएं. देर रात तक दुकानें खुली रहने के कारण असामाजिक तत्व वहां समूह के रूप में बैठे रहते है जिससे राहगीरों को परेशान करना उनसे लूटपाट करना आम बात है इसको रोका जाएं.
पूरे क्षेत्र में समुचित सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की जाएं ताकि भविष्य में कोई घटना हो तो आरोपियों की जांच में सहयोग मिलेगा.''
हिंदू संगठनों और साधु संतों ने कहा, ''पूरे जोधपुर शहर में जितनी भी मीट शॉप है जो बिना अनुमति के संचालित हो रही है वह बंद हो. व्यापारियों के मौहल्ले में जो अवैध निर्माण है उसे हटाया जाएं (सूरसागर महल के पिछले दरवाजे से मुख्य सड़क तक) जो अवैध निर्माण है उसे हटाया जाएं.''
हिंदू संगठनों ने कहा, ''2019 में रामनवमी शोभा यात्रा में छोटे बच्चों और महिलाओं लड़कियों पर जो टेक्टर झाकियों से अपने घर वापस जा रहे थे उन पर पथराव किया व उन्हें जान से मारने का प्रयास किया बचाव में आये पुलिस कर्मी पर भी पथराव किया और सरकारी गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाया.''