Jodhpur Communal Clash: राजस्थान के जोधपुर में सोमवार रात दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी जिसके बाद से माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है. इस घटना को लेकर विपक्ष ने राजस्थान सरकार पर जमकर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निधाना साधते हुए कहा कि जब उनके (अशोक गहलोत) शहर को जब फूंका जा रहा था तो वे जन्मदिन की शुभकामनाएं और गुलदस्ते लेने में व्यस्त थे.


केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा,' उनके(अशोक गहलोत) शहर को जब फूंका जा रहा था तो वे जन्मदिन की शुभकामनाएं और गुलदस्ते लेने में व्यस्त थे. हमने प्रशासन से कहा है कि अगर इस मामले में सही से कार्रवाई नहीं हुई तो हम जालोरी गेट पर धरना देंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'वहां पर हम हज़ारों की संख्या में बैठेंगे. वहां बैठकर हम प्रशासन पर दबाव डालेंगे कि वे जोधपुर की शांति और भाईचारे को बिगाड़ने वाले असामाजिक तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें.'



सतीश पुनिया ने उठाए सवाल


राजस्थान BJP प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'राजस्थान में अशोक गहलोत की सरपरस्ती और नेतृत्व में तुष्टीकरण की राजनीति और शांति व्यवस्था भंग होना चिंताजनक है. जोधपुर में जिस तरह से हिंसा, तोड़-फोड़ और अराजकता फैली है, यह बस बानगी है कि कैसे इन घटनाओं को सरकार के संरक्षण में किया जाता है. 



केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कही ये बात


वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, 'राजस्थान में कांग्रेस सरकार तुष्टीकरण की नीति पर चल रही है. करौली की घटना उसी का परिणाम है, अलवर के राजगढ़ में मंदिर तोड़ने की घटना भी उसी का परिणाम है, जोधपुर में कल जो घटना हुई वो भी उसी का परिणाम है. तुष्टीकरण के कारण कानून व्यवस्था बिगड़ती है.' उन्होंने आगे कहा, 'अशोक गहलोत खुद जोधपुर से आते हैं, गृह मंत्री भी हैं और मुख्यमंत्री भी हैं उन्हें ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए. उन्होंने(अशोक गहलोत) तय कर रखा है कि हमारा वोट बैंक पक्का करके रखना है इसलिए देखते नहीं हैं कि न्याय हो रहा है या अन्याय हो रहा है.'


राज्यवर्धन राठौड़ ने गहलोत सरकार पर साधा निशाना


बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. एबीपी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य में आज जिस तरह का माहौल है उसके लिए सीएम अशोक गलहोत ही जिम्मेदार हैं. उनकी तुष्टिकरण की नीति की बदौलत एक समुदाय विशेष के हौसले बढ़ गए हैं और वह लगातार उपद्रव मचा रहा है. वह न लॉ एंड ऑर्डर संभाल पा रहे हैं न ही प्रदेश में बेसिक सुविधाओं को मैनेज कर पा रहे हैं.


उन्होंने अशोक गहलोत पर आरोप लगाया कि तुष्टिकरण की नीति के चलते वह अलग-अलग समुदाय के लिए अलग-अलग नियम बना रहे हैं. एक समुदाय का खास ध्यान रखा जा रहा है. राजस्थान में एक तरफ सरकार राम दरबार गिराती है, राम नवमी की यात्रा पर रोक लगाती है तो दूसरी तरफ रमजान के दौरान बिजली से लेकर सुरक्षा के खास इंतजाम करने के आदेश देती है. यह तुष्टिकरण नहीं है तो क्या है.




सीएम ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की और उच्च स्तरीय बैठक के बाद हालात पर काबू पाने के लिए गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव सहित आला अधिकारियों को तत्काल जोधपुर जाने के निर्देश दिए. उन्होंने ट्वीट किया, 'जोधपुर में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, प्रदेश में कहीं भी साम्प्रदायिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाली घटना से समाज में शांति एवं कानून व्यवस्था को क्षति पहुंचती है. अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो अपराध में उसकी संलिप्तता पाये जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए.' उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, 'साम्प्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाली घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.'



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