Jodhpur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के गृह जिले जोधपुर (Jodhpur) में 2 मई की रात व 3 मई की सुबह नमाज के बाद जालोरी गेट चौराहे पर स्वतंत्रता सेनानी बालमुकंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा लगाने को लेकर को हिंसा भड़क उठी थी. इस उपद्रव के विरोध के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर प्रदेश भर में जिला तहसील व ब्लाक स्तर पर सांकेतिक धरना दिया गया. वहीं महेंद्रसिंह राजपुरोहित, वीएचपी सह प्रांत मंत्री ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत मे बताया की सरकार तुष्टीकरण की राजनीति छोड़े नहीं तो जनता जवाब देगी
विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने दिया धरना
जोधपुर जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के संयुक्त तत्वावधान में धरना दिया गया. इस दौरान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत भी धरने पर बैठ गए. वहीं विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी महेंद्रसिंह राजपुरोहित ने आरोप लगाया कि जब उपद्रव हुआ तो हिन्दू समाज के लोग जिनके घर पर हमला हुआ वे आत्मरक्षा के लिए घरों से बाहर आकर उपद्रवियों का सामना कर रहे थे, उनके खिलाफ दंगा भड़काने, हत्या का प्रयास जैसे मुकदमे दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल दोनो ही संगठन पुलिस की इस कार्यप्रणाली का विरोध कर रहे हैं.
ज्ञापन सौप कर एनआईए से जांच करवाने की मांग की
वहीं जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपकर लगातार हो रहे धार्मिक हमले और पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए, इस तरह की घटनाओं की जांच एनआईए से करवाने की मांग की.
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