(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jodhpur Water Crisis: जोधपुर में वाटर इमरजेंसी जैसे हालात, हरिके बैराज से पानी पहुंचने में लगेंगे सात-आठ दिन
Jodhpur: जोधपुर में पानी को लेकर इमरजेंसी जैसे हालात बने हुए हैं. हरिके बैराज से इंदिरा गांधी नहर में पानी छोड़ दिया गया है. इसे जोधपुर तक पहुंचने में अभी 7 से 8 दिन लग जाएंगे.
Jodhpur News: इंदिरा गांधी लिफ्ट कैनाल की मरम्मत के लिए 60 दिन की नहरबंदी के बाद पंजाब के सरहिंद में नहर क्षतिग्रस्त होने से पंजाब से आने वाली पानी की सप्लाई लेट होने पर जोधपुर में वाटर इमरजेंसी के हालात हो गए थे. हालांकि अब हरिके बैराज से इंदिरा गांधी नहर में पानी छोड़ दिया गया है. इस पानी को 710 किलोमीटर का सफर तय करके जोधपुर आने में अभी 7 से 8 दिन लग जाएंगे. 2 जून तक पानी जोधपुर पहुंचने की संभावना है.
तब तक जोधपुर के वाटर रिजर्वायर में जो पानी का स्टॉक है शहर भर की प्यास बुझाने के लिए बस यही काम आने वाला है. ऐसे में विभाग 72 घंटे बाद यानी 3 दिन में एक बार पानी की सप्लाई कर रहा है. यह व्यवस्था पानी के जोधपुर तक पहुंचने के बाद भी जारी रहेगी. जब तक फिर से पानी का लेवल बराबर नहीं हो जाता तब तक 72 घंटे के अंतराल से पानी सप्लाई होगी.
जिला कलेक्टर ने दी ये जानकारी
जोधपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिके बैराज से इंदिरा गांधी नहर के माध्यम से पानी 710 किलोमीटर की दूरी तय करके जोधपुर पहुंचेगा और वाटर रिजर्वायर में पानी का स्टॉक बनने में भी 3 दिन लग जाएंगे. तब तक पानी का संचय करके रखना होगा. 72 घंटे बाद पानी की सप्लाई इसी तरह से कुछ दिन और चलेगी. शहर के वाटर बॉक्स के कार्यालय पर पुलिस को तैनात किया गया है. पेयजल संकट के दौरान पानी पर पुलिस का पहरा लगाया गया है.
गठित की गई है टीम
शहर में पानी की किल्लत को देखते हुए पानी के दुरुपयोग को रोकने को लेकर जिला कलेक्टर के निर्देश पर जॉइंट एनफोर्समेंट टीम (जेट) गठित की गई है. यह जॉइंट इंफोर्समेंट टीम अपने अपने क्षेत्रों में जाकर पानी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. उपायुक्त आकांक्षा बैरवा ने बताया कि जिला कलेक्टर ने पानी के दुरुपयोग को रोकने और पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर आरएएस अधिकारियों के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया है.
सख्ती बरतने के आदेश
जेट टीम में नगर निगम, पीएचइडी के अधिकारियों को सम्मिलित किया गया है. नगर निगम दक्षिण कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में वार्ड पार्षद, पीएचइडी अधिकारी, वार्ड प्रभारी, मुख्य सफाई निरीक्षक मौजूद थे. उपायुक्त बैरवा ने बताया कि बैठक में सभी वार्ड प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि पानी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पानी का व्यर्थ उपयोग करने वालों के चालान काटे जाएंगे. साथ ही पानी चोरी कर और अवैध रूप से टैंकर भरने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजी जा सकेगी शिकायत
वार्ड पार्षदों के माध्यम से पानी के संबंध में अपनी शिकायत व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजी जा सकेगी. जिला प्रशासन की ओर से अत्यधिक पानी की किल्लत वाले क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. शहर के पार्क में बने ट्यूबेल के माध्यम से भी आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाएगी. वार्ड पार्षदों के माध्यम से पानी के संबंध में अपनी शिकायत व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजी जा सकेगी. बैरवा ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से अत्यधिक पानी की किल्लत वाले क्षेत्रों में टैंकरों से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही शहर के पार्क में बने ट्यूबेल के माध्यम से भी आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाएगी.
ट्यूबेल ठीक कराने के निर्देश
शहर में जहां-जहां भी ट्यूबेल खराब हैं उन ट्यूबेल को ठीक कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है. कई स्थानों पर ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई हो रही है. भीतरी शहर में पारंपरिक जलाशयों से व्यवस्था बनी हुई है.
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