JEE Main Result 2024: जेईई-मेंस जनवरी सेशन के परिणाम मंगलवार (14 फरवरी) को जारी कर दिए गए हैं. परिणामों में स्टूडेंट्स को विषयवार फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथ्स में 7 डेसीमल में पर्सेन्टाइल एनटीए स्कोर और कुल एनटीए स्कोर जारी किया गया. यह एनटीए स्कोर स्टूडेंट्स की प्रत्येक शिफ्ट में बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या के आधार पर ही लिया गया है, क्योंकि जेईई-मेन की विभिन्न पारियों में हुई परीक्षा के डिफिकल्टी लेवल में बदलाव रहता है.
ऐसे में समान पर्सेन्टाइल पर भी अलग-अलग शिफ्टों में हुई परीक्षा में स्टूडेंट्स के रॉ स्कोर अलग-अलग होते हैं. जेईई-मेन जनवरी परीक्षा बीई-बीटेक के लिए 27 जनवरी से 1 फरवरी के मध्य 10 शिफ्टों में संपन्न हुई. बीई-बीटेक के लिए कुल रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स 12 लाख 21 हजार 624 रहे, जिनमें 11 लाख 70 हजार 48 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी. कुल परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स में 7 लाख 88 हजार 234 छात्र और 3 लाख 81 हजार 808 छात्राएं रहीं.
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि परीक्षा देश के 291 शहरों के 544 परीक्षा केन्द्रों पर हुई. देश के बाहर 21 शहरों में हुई. हिन्दी, अंग्रेजी के अतिरिक्त 13 स्थानीय भाषाओं में यह परीक्षा हुई. परीक्षा में शामिल 11 लाख 70 हजार 048 स्टूडेंट्स में सामान्य श्रेणी के 3,92,640, ईडब्ल्यूएस के 1,50,693, ओबीसी के 4,74,986, एससी के 1,13,509 एवं एसटी के 38220 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी. इस तरह 95.8 प्रतिशत स्टूडेंट्स परीक्षा में उपस्थित रहे. दो स्टूडेंट्स के परिणाम भी रोके गए हैं. एनटीए की ओर से उपलब्ध जानकारी के अनुसार 10 शिफ्टों में हुई परीक्षा में 100 पर्सेन्टाइल पर 23 स्टूडेंट्स रहे, मतलब कई शिफ्टों में एक से अधिक स्टूडेंट्स की 100 पर्सेन्टाइल आई.
टॉपर्स की लिस्ट हुई जारी
इसके साथ ही स्टेट टॉपर्स की लिस्ट जारी की गई, जिसमें 53 स्टूडेंट्स शामिल हैं, जारी किए गए आंकड़ों में कैटेगिरी वाइज टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है. फीमेल में द्विजा धर्मेश कुमार पटेल ने ऑल इंडिया टॉप किया. इसके साथ ही कैटेगिरीवाइज टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है, जिनमें 27 स्टूडेंट्स को शामिल किया गया है. इस वर्ष परीक्षा के लिए दो नेशनल कॉर्डिनेटर, 18 रीजनल कॉर्डिनेटर, 303 सिटी कॉर्डिनेटर के साथ 1083 आब्जर्वर नियुक्त किए गए. 150 टेक्नीकल ऑब्जर्वर, 162 डिप्टी ऑब्जर्वर की सहायता से परीक्षा हुई. परीक्षा के लिए पहली बार 5 जी जैमर्स के साथ, सीसीटीवी और एआई का उपयोग किया.
जेईई-मेन जनवरी के परिणामों में 7 डेसीमल पर्सेन्टाइल के रूप में जारी किए गए. एनटीए स्कोर पर विद्यार्थियों में अपने-अपने पर्सेन्टाइल स्कोर के आधार मिलने वाले एनआईटीज, ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई को लेकर उत्सुकता स्पष्ट दिखाई दे रही है. नीचे दी जा रही मिलने वाली कॉलेजों की संभावनाएं कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों के लिए बदल सकती है.
- 99 पर्सेन्टाइल से अधिक है उन्हें शीर्ष एनआईटी जैसे तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, राउरकेला, कालीकट व जयपुर, कुरूक्षेत्र जैसे एनआईटी और ट्रिपलआईटी इलाहाबाद में कोर ब्रांचेज मिलने की संभावनाएं स्पष्ट बन रही हैं.
- 99 से 98 पर्सेन्टाइल है तो उन्हें शीर्ष के टॉप 10 एनआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांच के साथ-साथ टॉप 10-20 एनआईटी और ट्रिपल आईटी जबलपुर, ग्वालियर, गुवाहाटी, कोटा, लखनऊ, में कोर ब्रांच मिलने की संभावनाएं बन सकती है. इन एनआईटी में भोपाल, सूरत, नागपुर, जालंधर, दिल्ली, हमीरपुर, दुगार्पुर शामिल हैं.
- 98 से 96 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 20 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचेज और शेष एनआईटी जिसमें नोर्थईस्ट के एनआईटी के साथ-साथ पटना, रायपुर, अगरतला, श्रीनगर, सिल्चर, उत्तराखंड एनआईटी और बिट्स मिसरा, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है. साथ ही विद्यार्थियों को नए ट्रिपलआईटी डोदरा, पुणे, सोनीपत, सूरत ,नागपुर, भोपाल, तिरछी, रायचूर, कांचीपुरम, रांची, धारवाड़, अगरतला, कल्याणी की कोर ब्रांचेंज मिलने की संभावना रहेगी.
-96 से 94 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 25 से 31 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें और जीएफटीआई में प्रवेश मिलने की संभावनाएं बन सकती हैं.
जानिए एक्सपर्ट अमित आहूजा ने क्या बताया?
एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई-मेन परीक्षा देने के 2 विकल्प विद्यार्थियों के पास है. ऐसे विद्यार्थी जिनका जनवरी जेईई-मेन पर्सेन्टाइल 99.5 से अधिक है उन विद्यार्थियों को जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा की तैयारी पूरे फोकस के साथ करनी चाहिए. क्योंकि उनकी इस पर्सेन्टाइल पर अच्छे एनआईटी में कोर ब्रांचेंज मिलने का विकल्प सुरक्षित हो गया है. 99.5 से 98.5 पर्सेन्टाइल स्कोर के मध्य वाले विद्यार्थी सुविधानुसार जेईई-मेन दे सकते हैं अथवा एडवांस्ड की तैयारी में लग जाना चाहिए. ऐसे विद्यार्थी जिनका पर्सेन्टाइल 98.5 से कम है, इन्हें जेईई-मेन, अप्रेल के साथ-साथ एडवांस्ड की तैयारी पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए. यह सुझाव कैटेगिरी के अनुसार बदल सकते हैं.
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