JoSAA Counselling 2024: देश भर के 9 IIT में बढ़ी 355 सीटें, अब स्टूडेंट्स को मिलेगा 17740 सीटों पर प्रवेश
JoSAA Counselling 2024: अमित आहूजा ने बताया कि पिछले साल 23 आईआईटी की 17,385 सीटों के लिए जोसा काउंसलिंग हुई थी. इस साल यह संख्या बढ़कर 17,740 हो गई है. इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है.
JoSAA Counselling Registration 2024: देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड के परिणामों के बाद अब जोसा काउंसलिंग शुरू हो गई है. काउंसलिंग के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. काउंसलिंग शुरू होने के साथ ही जोसा की ओर से मंगलवार को सीट मेट्रिक्स भी जारी कर दी गई. इस सीट मेट्रिक्स में ओवरऑल इस साल पिछले साल के मुकाबले 355 अधिक सीटों यानी कुल 17,740 सीटों पर काउंसलिंग होगी.
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस साल 23 आईआईटी की 295 च्वाइसेज, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी और 40 जीएफटीआई की 570 च्वाइसेज भरने के लिए दी जा रही है. इस तरह से इस साल कुल 865 च्वाइसेज भरी जा सकेगी. अमित आहूजा ने बताया कि पिछले साल 23 आईआईटी की 17,385 सीटों के लिए जोसा काउंसलिंग हुई थी. इस साल यह संख्या बढ़कर 17,740 हो गई है. इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है.
इसमें आईआईटी भुवनेश्वर की 20 सीटें, आईआईटी बॉम्बे की 12 सीटें, खड़गपुर की 30 सीटें, जोधपर में 50 सीटें, गांधीनगर में 30 सीटें, पटना में 84 सीटें, गुवाहाटी में 10 सीटें, भिलाई में 40 सीटें, तिरूपति में 10 और धारवाड़ में 75 सीटों की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा आईआईटी मद्रास में पिछले साल की तुलना में 6 सीटों की कमी आई है, जबकि आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 50 सीटें बढ़ाई गई है.
किस आईआईटी में कितनी सीटें?
बता दें आईआईटी भुवनेश्वर में 496 सीटे, आईआईटी बॉम्बे में 1368 सीटें, आईआईटी मंडी में 520 सीटें, आईआईटी दिल्ली में 1209 सीटें, आईआईटी इंदौर में 480 सीटे, आईआईटी खड़गपुर में 1899 सीटें, आईआईटी हैदराबाद में 595 सीटें, आईआईटी जोधपुर में 600 सीटें, आईआईटी कानपुर में 1210 सीटें, आईआईटी मद्रास में 1128 सीटें, आईआईटी गांधीनगर में 400 सीटें हैं.
वहीं आईआईटी पटना में 817 सीटें, आईआईटी रूड़की में 1353 सीटें, आईआईटी धनबाद में 1125 सीटें, आईआईटी रूपर में 430 सीटें, आईआईटी वाराणसी में 1589 सीटें, आईआईटी गुवाहाटी में 962 सीटें, आईआईटी भिलाई में 283 सीटें, आईआईटी गोवा में 157 सीटें, आईआईटी पल्लकड़ में 200 सीटें, आईआईटी तिरूपति में 254 सीटें, आईआईटी जम्मू में 280 सीटें, आईआईटी धारवाड़ में 385 सीटें शामिल हैं.
किस आईआईटी में क्या नया?
आईआईटी मुम्बई में इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग एंड ऑपरेशन्स रिसर्च में 40 सीटें, आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में 50 सीटें, आईआईटी खड़गपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की 30 सीटें, आईआईटी गांधीनगर में इंटीग्रेटेड सर्किट डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी में 30 सीटें, आईआईटी भुवनेश्वर में इंजीनियरिंग फिजिक्स की 20 सीटें बढ़ी हैं.
आईआईटी तिरूपति में इंजीनियरिंग फिजिक्स की 10 सीटें, आईआईटी भिलाई में 40 सीटें, आईआईटी धनबाद की 45 सीटों का इजाफा हुआ है. इसके साथ ही आईआईटी पटना में इकोनोमिक्स की 24 सीटें, बीटेक केमिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी, एमबीए हास्पिटल एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ टैक्नोलॉजी एंड एमबीए में पांच सीटें, बीटेक सिविल इंजीनियरिंग में छह सीटें, बीटेक कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में पांच सीटें, बीटेक इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में पांच सीटें,
वहीं इंजीनियरिंग फिजिक्स में छह सीटें, मैथेमेटिक्स एंड कम्यूटिंग में पांच सीटें, मेटेलर्जिकल एंड मैटेरियल इंजीनियरिंग में छह सीटें, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग में ठह सीटें, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साइंस में पांच सीटें, केमिकल इंजीनियरिंग में पांच सीटें, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 15 सीटें, इकोनोमिक्स एंड एमबीए में छह सीटें बढ़ी है. इनमें ज्यादातर कोर्सेज एमबीए के साथ वाले हैं.
कॉलेज ऐसे चुने
अमित आहूजा ने बताया कि स्टूडेंट्स को च्वाइस फिलिंग का अवसर एक बार ही दिया गया है. ऐसे में स्टूडेंट ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों के विकल्प को अपनी प्राथमिकता के घटते क्रम में भरें. स्टूडेंट पिछले साल कॉलेज की ओपनिंग और क्लोजिंग रैंकों को देखते हुए कॉलेजों को चुनने के ट्रेंड का अनुमान लगा सकते हैं.
स्टूडेंट अपनी रैंक के अनुसार पिछले साल की क्लोजिंग रैंक से नीचे की रैंक वाले कॉलेज ब्रांचों को भी अपनी रुचि अनुसार कॉलेज प्राथमिकता सूची के क्रम में शामिल करें. जोसा काउंसलिंग में कॉलेजों को भरने से पहले अपनी प्राथमिकता के कॉलेजों की सूची कागज पर बनाकर उसका आंकलन करके ही ऑनलाइन भरें, ताकि गलती होने की संभावना ना रहे. स्टूडेंट्स कॉलेज च्वाइस लॉक करने से पहले चेक करें, क्योंकि लॉक करने के बाद उसमें बदलाव संभव नहीं होंगे.