JOSAA Counselling 2022: देश के आईआईटी-एनआईटी और ट्रिपलआईटी की जोसा काउंसलिंग पूरी होने के बाद अब स्टूडेंट्स अपने आवंटित कॉलेजों में प्रवेश के लिए फाइनल एडमिशन प्रक्रिया पूर्ण करते दिखाई दे रहे है. जोसा काउंसलिंग के छठे राउंड में विद्यार्थियों को आवंटित आईआईटी, एनआईटी में फाइनल प्रवेश के लिए अलग-अलग तरीके से ऑनलाइन रिपोर्टिंग करनी होगी.
 
टॉप 9 आईआईटी में सीएस ही पसंद
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया की देश की 23 आईआईटी की कुल 15477 सीटों के लिए इस साल भी जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग करवाई गई. काउंसलिंग के छह राउंड समाप्त होने के बाद जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल भी विद्यार्थियों में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का क्रेज बरकरार रहा. टॉपर्स की पहली च्वाइस के रूप में शीर्ष आईआईटी की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच ही रही. इस साल टॉप 9 आईआईटी ने कम्प्यूटर साइंस ब्रांच की ओपन से जेंडर न्यूट्रल पूल से क्लोजिंग एआईआर 897 रही, जिसमें सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली ब्रांच आईआईटी मुंबई कम्प्यूटर साइंस रही. इसकी सभी सीटें अखिल भारतीय स्तर पर ओपन से टॉप 61 रैंक तक रहने वाले विद्यार्थियों द्वारा प्रवेश लेकर भर दी गई.


दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली 
आहूजा ने बताया कि वहीं दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली रही, जिसमें टॉप 102 रैंक तक आने वाले विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया. तीसरे नंबर पर आईआईटी मद्रास में टॉप 175 ,आईआईटी कानपुर में 237, आईआईटी खड़गपुर में 303 और आईआईटी रूड़की में 413, आईआईटी गुवाहाटी में 589, आईआईटी हैदराबाद में 608 एवं आईआईटी बीएचयू वाराणसी में सीएस ब्रांच में टॉप 897 रैंक तक के विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया. इसके अलावा सभी 23 आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की स्थिति देखें तो इस ब्रांच में ओपन से जेंडर न्यूट्रल पूल से 5172 रैंक पर आईआईटी में अंतिम प्रवेश मिल सका. यह प्रवेश आईआईटी भिलाई में लिया गया. साथ ही ओपन से ही फीमेल पूल कोटे में 8990 रैंक पर आईआईटी भिलाई में कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का आवंटन हुआ.
 
क्यों चुनते हैं सीएस?
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया की विद्यार्थियों द्वारा कम्प्यूटर साइंस ब्रांच का चयन करने का प्रमुख कारण सीएस के बढ़ते स्कोप के साथ-साथ बड़े पैकेज पर अच्छी कंपनियों में नौकरियों का मिल जाना है. साथ ही इस ब्रांच द्वारा विद्यार्थी भविष्य में आगे की पढ़ाई के लिए भी देश-विदेश में अच्छे विकल्पों को चुन लेते हैं. विदेशी श्रेष्ठ संस्थानों द्वारा भी सीएस के विद्यार्थियों को चयन में प्राथमिकता मिल जाती है. विद्यार्थी कम्पयूटर साइंस ब्रांच के साथ वेब डेवलपर, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग, डाटाबेस एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, सिस्टम डिजाइनर और नेटवर्किंग इंजीनियर आदि क्षेत्रों में अपना करियर बना रहे हैं.
 
कल जमा करवानी होगी आंशिक प्रवेश फीस
एक्सपर्ट आहूजा ने बताया कि जिन स्टूडेंट्स को एनआईटी, ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई का आवंटन हुआ है, उन्हें सर्वप्रथम 21 अक्टूबर के मध्य आंशिक प्रवेश फीस जमा कर अपनी मिली सीट को कन्फर्म करना होगा. अगर ऐसा नहीं होता है तो उनकी आवंटित एनआईटी की सीट निरस्त कर दी जाएगी. यह आंशिक प्रवेश फीस सामान्य, ओबीसी एवं ईडब्ल्यूएस के लिए 40 हजार रुपए एवं एससी-एसटी के लिए 20 हजार रुपए रखी गई है. विद्यार्थियों को अभी किसी भी आवंटित कॉलेज में फिजीकल रिपोर्ट करने की आवश्यक्ता नही हैं. आंशिक प्रवेश फीस जमा कराने के उपरांत विद्यार्थी को आवंटित एनआईटी सिस्टम के कॉलेजों में फाइनल प्रवेश के लिए आवश्यक दस्तावेजों एवं शेष कॉलेज फीस की सम्बंधित जानकारी कॉलेजों की वेबाइट से प्राप्त करनी चाहिए.


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