Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक युवती का रंजिश के तहत हत्या करने का मामला सामने आया है. भीलवाड़ा के कोलीखेड़ा गांव में दोस्तो ने ही नारायण गुर्जर नाम के शख्स की फिल्मी स्टाइल में हत्या कर दी. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीम गठित की गई है.


क्या है पूरा मामला?
23 अप्रैल को मांडल थाने में श्यामलाल पिता भैरुलाल गुर्जर ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसका बड़ा भाई नारायण 22 अप्रैल को 4 बजे के करीब शादी में जाने के लिए निकला था. वो रात भर बाहर ही था. सुबह सूचना मिली कि उसका भाई गंभीर हालत में कोलीखेड़ा रेलवे फाटक के पास रास्ते में पड़ा है. जिसके बाद वो घटनास्थल पर पहुंचा और भाई को इलाज के लिए मांडल के अस्पताल लेकर आया. जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में रेफर कर दिया. 


मरने से पहले नारायण ने इन लोगों के बताये नाम
भीलवाड़ा अस्पताल के डॉक्टरों ने नारायण को मृत घोषित कर दिया. मरने से पहले नारायण ने मदन सिंह और राकेश सुथार सहित तीन-चार अन्य लोगों के खिलाफ बयान देते हुए बताया कि इन लोगों ने उसे कार से टक्कर मारकर घायल किया. इसके बाद धारदार हथियार से हमला भी किया और लहूलूहान हालत में छोड़कर फरार हो गए.


मामले को लेकर एसपी राजन दुष्यंत के निर्देशन में एडिशनल एसपी सदर रोशन पटेल और मांडल डिप्टी एसपी मेघा गोयल के सुपरविजन में टीम का गठन किया गया. टीम ने मौके पर मिले सबूतों के आधार पर कमलेश गुर्जर व कंवर लाल को गिरफ्तार किया है. दोनों ने आपसी रंजिश के चलते नारायण के साथ मारपीट करना और गंभीर चोट पहुंचाना स्वीकार किया.


पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत
नारायण गुर्जर हत्याकांड के आरोप में मांडल पुलिस ने 25 अप्रैल को देर रात मुकेश कुमावत को सिडियास गांव से हिरासत में लिया. जहां उसकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर बर्बरता से शराब के नशे में मारपीट करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मुकेश की मौत के बाद भी उन्हें पुलिस की तरफ से कोई सूचना नहीं दी गई थी. विधायक उदय लाल भडाणा और मांडल प्रधान शंकर लाल कुमावत के हस्तक्षेप के बाद उपखंड मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में 3 डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड बनाकर पोस्टमार्टम करवाया गया था. वही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही परिजनों ने शव को उठाया था.


मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी जल्द न होने पर आंदोलन की चेतावनी
वहीं बीजेपी के पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर के नेतृत्व में नारायण हत्याकांड के मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर समाज के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत को ज्ञापन दिया. इसके साथ ही 8 मई तक आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी. पूर्व मंत्री ने कहा पुलिस नामजद आरोपी को हिरासत में न लेकर अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है. प्रदेश में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद पूर्व मंत्री गुर्जर को ज्ञापन देने पड़ा और अपनी सरकार के प्रशासनिक तंत्र के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा. जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. 


सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट


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