Rajasthan Water Crisis News: राजस्थान में भीषण गर्मी की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. प्रदेश की कई शहरों के लोगों को भीषण पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. पेयजल संकट के बीच राजस्थान सरकार में जल मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने प्रेसवार्ता कर प्रदेशवासियों से अपील की है कि पानी को बेफजूल बर्बाद ना करें और एक-एक बूंद बूंद पानी बचाएं.


राजस्थान के जल मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि राजस्थान में 50 प्रतिशत जिले ऐसे हैं जहां पानी पहले 48 घंटे में आता था. अब वहां 72 घंटे में पहुंच रहा है, जिस तरह से पानी की आपूर्ति काम है. 23 प्रतिशत बारिश कम हुई है. 35 प्रतिशत पानी की खपत ज्यादा हो गई है. गर्मी की वजह से पानी की मांग बढ़ी है.


जल मंत्री के अनुसार घरेलू कनेक्शन भी पिछले साल की तुलना में स्मार्ट लॉक कनेक्शन ज्यादा हो चुके हैं. हम लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं कि किसी भी तरह से पानी की आपूर्ति सही मात्रा में हो सके. फिलहाल एग्रीकल्चर क्षेत्र में पानी की चोरी को रोकने की कोशिश के तहत कई कदम उठाए गए हैं. गर्मी में जहां-जहां पानी की कमी की दिक्कत आ रही है वहां वहां ट्यूबवेल बोरिंग टैंकर की व्यवस्था कर रहे हैं. इसके साथ ही पानी की समस्या समाप्त नहीं होती है तो पेयजल के अन्य विकल्पों पर भी जोर दिया जाएगा. 


जल मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि हमने लोगों की समस्याओं पर 80 प्रतिशत काम किया है. पेयजल संकट से पार से पाने के लिए पानी की आपूर्ति पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा, 'ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इस बार बारिश थोड़ी जल्दी आ जाए. पिछली बार तापमान 35 से 42 डिग्री के पास था. इस बार तापमान 45 से 50 डिग्री के आसपास है, जिससे लगता है कि आने वाले दिनों में पानी की और ज्यादा दिक्कत सामने आएगी.'


उन्होंने राजस्थान की जनता से अपील की है कि जनता पानी की बर्बादी को रोक बूंद बूंद पानी बचाएं. जितना भी हो सके पानी को वेस्ट नहीं करें. नहाने में शौचालय में ज्यादा से ज्यादा पानी बचाएं. जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि हमारे लिए पानी की बड़ी समस्या है.


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