Udaipur Killling: दर्जी कन्हैयालाल (Kanhaiya Lal) की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक मोहम्मद रियाज (Mohammed Riyaz) उदयपुर के परकोटे में एक दुकान पर वेल्डर के रूप में काम करता था. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वह एक स्थानीय मस्जिद में भी काम करता था और धार्मिक प्रचार में शामिल रहता था. उन्होंने कहा कि रियाज 12 जून को अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने गया था.
मकान मालिक मोहम्मद उमर ने कहा, ‘‘मैं उससे कभी नहीं मिपुलला. रियाज की पत्नी ने किराये के आवास के लिए मेरी पत्नी से संपर्क किया था. मैंने पहचान पत्र मांगा था लेकिन उन्होंने मुझे नहीं दिया. परिवार ने घटना से पहले 28 जून को मकान खाली कर दिया था.’’ उन्होंने बताया कि रियाज मूल रूप से भीलवाड़ा के आसींद कस्बे का रहने वाला है और वह उदयपुर में एक दुकान में वेल्डर के रूप में काम करता था.
भीलवाड़ा से 20 साल पहले चला आया था रियाज
भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि रियाज भीलवाड़ा के आसींद का निवासी था लेकिन वह 20 वर्ष पूर्व यहां से चला गया था. भीलवाड़ा में आरोपी रियाज के एक रिश्तेदार ने बताया कि वह 2002 के बाद भीलवाड़ा नहीं लौटा.
उन्होंने बताया कि रियाज की 2001 में शादी हुई थी और उसने 2002 में आसींद छोड़ दिया था तथा पिछले वर्ष उसके पिता का निधन हो गया था लेकिन उसके बावजूद वह वापस नहीं आया. पुलिस ने बताया कि रियाज का साथी गौस मोहम्मद जिसके पाकिस्तान के इस्लामी संगठन दावत-ए-इस्लामी के साथ संबंधों का पता चला है, छोटा-मोटा काम करता था.
पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने कहा कि 2014 में गौस मोहम्मद कराची के दावत ए इस्लामी संगठन गया था. उन्होंने कहा कि संगठन के मुंबई और दिल्ली में भी कार्यालय हैं.
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