Rajasthan: करौली में दलित युवती की हत्या का पुलिस ने किया पर्दाफाश, प्रेमी ही निकला हत्यारा
Karauli: पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया है की प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम प्रसंग का निकला है. प्रेम प्रसंग के चलते ही युवती की हत्या को अंजाम दिया गया.
Karauli Murder Case: राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) जिले के नादौती थाना क्षेत्र के भीलपाड़ा के पास कुए में मिले दलित युवती के शव को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि दलित युवती की हत्या उसके प्रेमी ने ही की थी. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने बताया है की मामला प्रेम प्रसंग का है. आरोपी और मृतक युवती एक ही गांव के रहने वाले है. दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था.
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया की पुलिस ने मुख्य आरोपी गोलू मीना उर्फ प्रभाकर चैन सिंह को जयपुर से गिरफ्तार किया. यही नहीं उससे पूछताछ भी की गई. पुलिस ने आरोपी गोलू के पिता नहना उर्फ अमर सिंह को भी हिरासत में लिया है. प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया है की उसकी और मृतक युवती की काफी लम्बे से जान-पहचान थी. दोनों के बीच प्रेम प्रसंग भी चल रहा था. दोनों आपस में फोन से बात भी किया करते थे.
इसलिए आरोपी ने की युवती की हत्या
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि युवती के परिजनों ने उसकी सगाई कहीं और कर दी थी. इससे युवती खुश नहीं थी. वो आरोपी के साथ ही रहना चाहती थी. इसी बात को लेकर आरोपी और युवती में विवाद हो गया. इसके बाद आरोपी ने उसकी हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि आरोपी ने युवती की हत्या अपने पिता के पुराने मकान में की और फिर मोटरसाइकिल पर युवती के शव को लाकर कुएं में डाल दिया. पुलिस अधीक्षक ने आगें कहा कि मृतका के साथ दुष्कर्म की पुष्टि एफएसएल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी.
शव परिजनों को सौंपा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी 20 वर्षीय युवक अभी पढ़ाई कर रहा है. उसने हत्या की बात कुबूल कर ली है. साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौप दिया है. वहीं दूसरी ओर इस मामले पर राजनीति भी खूब हुई. बता दें युवती की हत्या को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने धरना दिया था. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर करौली भेजा था.
इतना ही नहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने इनको जल्दी से जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश भी दिए थे. बीजेपी की ओर से बनाई इस जांच कमेटी में प्रदेश महामंत्री और सांसद श्रीमती दिया कुमारी, सांसद रंजीता कोली और महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सुमन शर्मा शामिल थीं.