Rajasthan Election 2023: विधानसभा में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (shanti dhariwal) का माइक बंद करने और धक्का-मुक्की के मामले में सदन की कार्यवाही जब तक चलेगी उस दौरान तक निलंबित किए गए विधायक राजेंद्र गुढ़ा के पक्ष में कोटा का राजपूत समाज आया है. उन्होंने मंगलवार को यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का पुतला जलाकर विरोध किया है.
करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष मनजीत सिंह नाथावत का कहना है कि यदि सरकार इस मामले में माफी नहीं मांगती है और गुढ़ा के निलंबन को बहाल नहीं करती है तो 30 जुलाई के बाद पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा.
गुढ़ा वहीं हैं जिन्होंने अशोक गहलोत की कुर्सी बचाई थी
मनजीत सिंह नाथावत ने कहा कि कोटा से लगी चिंगारी पूरे प्रदेश में फैलेगी. उन्होंने कहा कि हमारा आक्रोश राज्य सरकार और यूडीएच मंत्री के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि ये वहीं राजेंद्र सिंह गुढ़ा हैं जो अशोक गहलोत की कुर्सी बचाने के लिए 5 एमएलए को अपने साथ लाए थे. करनी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष नाथवत ने कहा कि मैं सीएम से कहना चाहता हूं आप की कुर्सी इन्होंने ही बचाई है. राजपूत समाज एक प्रतिष्ठित समाज के व्यक्ति का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा.
नाथावत ने कहा कि वहां के लोगों ने उन्हें एमएलए चुनकर भेजा है वह वहां एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं. ऐसे व्यक्ति का अपमान करना उनके साथ मारपीट करना और विधानसभा से निलंबित करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा.
इसी के चलते हुए आज कोटा के केशवपुरा चौराहे पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का पुतला जलाया गया है और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई है. राजपूत समाज ने चेतावनी दी है कि 30 जुलाई तक सरकार गुढ़ा से माफी मांगे और उनके निलंबन को रद्द कर उन्हें बहाल करें नहीं तो पूरे प्रदेश में करनी सेना विरोध प्रदर्शन करेगी.
इसे भी पढ़ें: Rajasthan News: राजस्थान में आयुर्वेद चिकित्साधिकारियों के 787 पदों पर होगी भर्ती, एक क्लिक में जानें आवेदन की पूरी डिटेल