जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के सियासी मौसम में आज फिर गर्माहट देखने को मिल सकती है. क्योंकि यहां पर आज एक बार फिर सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) एक साथ नजर आने वाले हैं. इन दो दिग्गजों के बीच होंगे कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal). ये वही केसी वेणुगोपाल हैं जिन्होंने 48 घंटे में अशोक-पायलट की 'लड़ाई' का हल निकलने का दावा किया था. लेकिन अभी तक इस मामले का कोई हल नहीं निकला है. 


कहां और कब होगी बैठक


दरअसल मंगलवार दोपहर तीन बजे अस्पताल रोड पर बने कांग्रेस वार रूम में भारत जोड़ो यात्रा समन्यवक समिति की बैठक होगी. इसमें समिति के 43 सदस्यों को आमंत्रित किया गया है. अजय माकन पिछली बैठक में भी नहीं आए थे. आज की बैठक में उनकी जगह केसी वेणुगोपाल शामिल होंगे. केसी वेणुगोपाल के कंधे पर दोहरी जिम्मेदारी है. पहली की पायलट और गहलोत की लड़ाई को शांत करवांए और दूसरी भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में सफल बनाने की. माकन ने प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया है, हालांकि उनके इस्तीफे और नए महासचिव पर स्थिति अभी साफ नहीं है. 


आज सबकी निगाहें केसी वेणुगोपाल के हर कदम पर होगी. वो राजस्थान से ही कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं. यहां के विधायकों से उनकी जान-पहचान भी है. ऐसे में उनका हर फैसला बेहद अहम होगा. जहां एक तरफ दोनों तरफ से राहुल की यात्रा से पहले मामले को साफ़ करने की मांग हो रही है, वहीँ अब केवल यात्रा के लिए बैठकें ही बची हैं. वो पायल और गहलोत के साथ अलग-अलग बैठक भी कर सकते हैं. पार्टी ने उन्हें इस मुद्दे को सुलझाने की जिम्मेदारी भी सौंपी है.


एक साथ नहीं आए गहलोत और पायलट


इस महीने की 23 तारीख को एक बार फिर गहलोत और पायलट खेमे की कड़वाहट साफ नजर आई थी. मौका था, भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर बुलाई गई बैठक का. इसमें गहलोत और पायलट दूर-दूर बैठे नजर आए. इसमें न तो पायलट ने गहलोत से कुछ कहा और न गहलोत ने पायलट से कुछ कहा. विधायक हरीश चौधरी के बगल में पायलट बैठ रहे और बाद में बाहर निकल गए थे. इस दौरान पायलट ने वहां पर मौजूद नेताओं से बात भी की थी. बैठक से बाहर निकले के बाद मीडिया से बातचीत किए बिना मध्य प्रदेश निकल गए थे. उसके बाद आए अशोक गहलोत के इंटरव्यू ने तूफान मचा दिया.


राहुल गांधी ने सोमवार को इंदौर में पायलट और अशोक गहलोत को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि उनके लिए पायलट और गहलोत संपत्ति हैं. अब ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस बैठक में राहुल के उस बयान का असर दिखेगा. पायलट ने कहा था कि सभी के सहयोग से 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी थी और राजस्थान में राहुल गांधी की यात्रा का शानदार स्वागत किया जाएगा. इसकी पूरी तैयारी भी है. 


राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा चार दिसंबर को झालावाड़ के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करेगी. यह यात्रा कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा, अलवर जिले से होते हुए गुजरेगी. इस दौरान कुल 521 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा. भारत जोड़ो यात्रा पूरे 17 दिन तक राजस्थान में रहेगी.


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