Rajasthan News: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीम बली इलाके में बादल फटने की घटना के बाद दहशत का माहौल है. रास्ते में पुल ढहने और पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने से आवाजाही बंद हो गई है.
सावन में भगवान शिव का दर्शन करने के लिए देशभर से पहुंचे कई भक्त फंस गए हैं. इनमें राजस्थान के दो युवक भी शामिल हैं. बेटों से संपर्क नहीं होने के कारण परिवार को चिंता सता रही है.
आखिरी बार गौरीकुंड में हुई थी बात
ब्यावर (Beawar) में रहने वाले 24 वर्षीय रुपिन सामरिया को आईआईटी की डिग्री मिलने पर वह अपने दोस्त 25 वर्षीय घनेन्द्र सिंह के साथ केदारनाथ दर्शन करने गए थे. लेकिन वहां बादल फटने के बाद भारी बारिश के बीच फंस गए हैं. रुपिन के पिता अमरचंद सामरिया ने बताया कि बुधवार को बेटे बात हुई थी तब उसने बताया कि बारिश के कारण बुरा हाल है. उसके बाद से रुपिन का मोबाइल बंद है. गुरुवार सुबह घनेंद्र ने किसी स्थानीय व्यक्ति के फोन से अपने पिता से बात की थी. उस वक्त गौरीकुंड में फंसे थे. इसके बाद से दोनों की कोई खबर नहीं है. संपर्क नहीं होने के कारण परिवार को बेटों की चिंता सताने लगी है.
सुरक्षा के लिए सरकार ने रोकी यात्रा
उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार हो रही बारिश लोगों पर कहर बनकर टूट रही है. अतिवृष्टि के बाद केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी है. सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है. पहाड़ों में भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, ताकि लोग एक दूसरे के संपर्क में रहें. किसी भी तरह की सूचना के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकें.
ये भी पढ़ें: राजस्थान के राजसमंद विधायक दिप्ती माहेश्वरी की 'विधायकी' खतरे में? हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस