Khatu Shyam Mela 2023 Date: राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Sikar) जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर (Khatu Shyam Ji Mandir) में होली से पहले हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से द्वादशी तक वार्षिक लक्खी मेले का आयोजन होता है. यहां देश-विदेश से करीब 20 से 25 लाख भक्त बाबा का दर्शन करने के लिए आते हैं. इसके अलावा हर महीने शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को मासिक मेले का आयोजन किया जाता है. इस साल बाबा का लक्खी मेला आगामी 22 फरवरी से शुरू होगा. पिछले साल हुए हादसे से सबक लेकर इस साल सीकर जिला प्रशासन महीनों पहले से तैयारियों में जुटा है. पुलिस प्रशासन की ओर से इस बार मेले में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाएंगे.
मेले में डीजे पर रहेगा प्रतिबंध
सीकर जिला कलेक्टर अमित यादव ने बताया कि इस बार मेले में डीजे पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीमों का गठन किया जाएगा. रींगस, सीकर, फतेहपुर के अस्पतालों में मेला अवधि के दौरान 24 घंटे मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा. ताकि आपातकालीन स्थिति में गंभीर रोगियों को जल्द उचित इलाज की सुविधा मिल सके. मेला क्षेत्र में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा. घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे निशान
इस बार भक्त बाबा के निशान (झंडे) को मंदिर तक नहीं ले जा सकेंगे. लखदातार मैदान के पास ही निशान एकत्रित करने की व्यवस्था की जाएगी. श्रद्धालुओं की आवश्यक और जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में 500 अस्थाई मोबाईल टॉयलेट की व्यवस्था रहेगी. कतार में खड़े भक्तों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. मेला क्षेत्र में रूट चार्ट के साईन बोर्ड लगवाने के साथ ही माइक सिस्टम के जरिए व्यवस्थाओं संबंधी घोषणा भी होती रहेगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारी-कर्मचारी वॉकी-टॉकी के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे.
अनुमति के बाद ही लगा सकेंगे भंडारा
मेला मजिस्ट्रेट और दांतारामगढ़ उपखंड अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने बताया कि कोई भी व्यक्ति, समाज या संस्था प्रशासनिक अनुमति लेने के बाद ही भंडारा लगा सकेगा. भंडारा लगाने की अनुमति मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से जारी की जाएगी. मेले में ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारियों, कर्मचारियों, मेले की व्यवस्थाओं से जुड़े संबंधित व्यक्तियों के ड्यूटी मेला पास भी मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय से ही जारी होंगे. मंदिर कमेटी अपने स्तर पर कोई भी पास जारी नहीं करेगी. मेले के दौरान होटलों और धर्मशालाओं में होने वाले भजन, जागरण कार्यक्रमों में मेला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालन करना आवश्यक होगा.
सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालु शांति के साथ सुरक्षित दर्शन कर सकेंगे. मेले के दौरान होने वाली आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए अलग से टीम लगाई जाएगी. मेले में नियुक्त मजिस्ट्रेट को एसपी कार्यालय से वायरलेस संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे. सुरक्षा के मद्देनजर यातायात पॉइंट और मंदिर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. नियत्रंण कक्ष में स्थाई सीसीटीवी कैमरे लगवाकर अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट करवाए जाएंगे, ताकि मेले की सभी गतिविधियों पर कानून व्यवस्था की दृष्टि से नजर रख सकें.
ये भी पुढ़ें: 'घर वापसी' पर RSS का बड़ा बयान, दत्तात्रेय बोले- 'गौ मांस खाने वाले भी हिंदू धर्म में लौट सकते हैं'