Khatu Shyam Mandir: खाटू श्यामजी मंदिर के पट खुलने की आई नई डेट, जानें- कब हो सकेंगे दर्शन?
Khatu Shyam Mandir Sikar: सीकर के खाटू श्याम जी मंदिर में पहले बाबा का दर्शन उनके भक्त चार लाइन में लगकर करते थे. अब दर्शन के लिए भक्तों की 16 लाइनें लगेंगी.
Khatu Shyam Mandir: राजस्थान के सीकर (Sikar) के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर (Khatu Shyam mandir) में बाबा खाटू श्याम के दर्शन के अभिलाषी देश-विदेश के भक्तों की मनोकामना जल्द पूरी होने वाली है. दरअसल, 15 जनवरी के बाद खाटू श्याम मंदिर के पट खुलने वाले हैं. उसके बाद बाबा के भक्त उनका दर्शन कर पाएंगे. खाटू श्याम जी का मंदिर विगत 13 नवंबर से बंद है.
सीकर के डीएम अमित यादव ने पांच जनवरी को मंदिर विस्तार की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने मंदिर कमेटी को 15 जनवरी तक तैयारी समाप्त करने के निर्देश दिए हैं. कपाट खुलने से पहले यानि 15 जनवरी को एक बार फिर डीएम अमित यादव मंदिर प्रांगण की तैयारियों का जायजा लेंगे. मंदिर समिति और प्रशासन ने खाटू श्याम जी मंदिर को फिर से खोलने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है. बाबा के दर्शनाथियों को इस बार पहले से बेहतर व्यवस्था का लाभ यहां आने पर मिलेगा. इससे पहले सीकर के कलेक्टर अमित यादव ने बताया था कि 31 दिसंबर 2022 और 1 जनवरी 2023 के बीच मंदिर खोल दिया जाएगा.
1 दिन में 1 लाख से अधिक लोग कर सकेंगे दर्शन
ताजा अपडेट के मुताबिक पहले बाबा के दर्शन भक्तों को चार लाइन में होते थे. अब दर्शन के लिए भक्तों की 16 लाइनें लगेंगी. सीकर के कलेक्टर का का दावा है कि एक दिन में 10 लाख से अधिक लोग दर्शन कर सकेंगे. अब 10 लाख से अधिक लोगों को दर्शन कराने का लक्ष्य रखा गया है. पहले लोगों को दर्शन करने के लिए समय कम मिलता था. अब औसतन 4 मिनट लोगों को दर्शन के लिए मिलेंगे.
बंद के दौरान इन चीजों पर हुआ काम
75 फीट मेला ग्राउंड में श्रद्धालुओं की लाइन बढ़ाई गई है. बचे हुए हिस्से को शेड से कवर किया गया है. खाटू श्याम मंदिर कमेटी का कहना है कि लखदातार मैदान में सीसीटीवी, कवर्ड टीन शेड और स्थायी जिगजैग बनाया गया है. लखदातार मैदान के एंट्री गेट और एग्जिट गेट पर निशान रखने के लिए व्यवस्था दुरुस्त की गई हैं. लखदातार मैदान के बाहर एग्जिट गेट पर बड़ा गेट लग रहा है. फतेहाबाद धर्मशाला के सामने रास्ते पर कमेटी सीसी सड़क बनवाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. कृष्णा सर्किट योजना में बने रेस्ट रूम, टॉयलेट और आवास की शुरुआत हो चुकी है. इससे भक्तों को राहत मिलेगी.