Rajasthan News: देशभर में विख्यात खाटू श्याम मंदिर खुलने का भक्त बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Sikar) जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर (Khatu Shyam Mandir) बीते करीब ढाई महीने से बंद है. सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल संदेशों में मंदिर खुलने की तारीखें महज अफवाह साबित हुई हैं. मंदिर खुलने की तारीख का आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है. फिलहाल प्रशासन मंदिर क्षेत्र के निर्माण कार्य को पूरा करवाने में लगा है. इस बीच भक्त प्रिय शीश के दानी का दर्शन करने को बेताब हैं. हर कोई जानना चाहता है कि श्याम बाबा (Shyam Baba) का मंदिर कब खुलेगा और कब आंखें श्याम प्यारे का दीदार कर पाएंगी.


फरवरी के दूसरे सप्ताह में खुल सकता है मंदिर!


सीकर कलेक्टर अमित यादव (IAS Amit Yadav) और पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप (IPS Kunwar Rashtradeep) ने अधिकारियों के साथ मंदिर की व्यवस्थाओं पर बैठक में चर्चा की. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक कई मार्ग पर सड़क का काम पूरा नहीं हुआ है. पार्किंग की जगह भी तय नहीं हुई है. ऐसे में अभी मंदिर को नहीं खोल सकते हैं. मंदिर को अभी खोले जाने पर निर्माणाधीन काम पूरा होना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में प्रशासन ने फिलहाल मंदिर खोलने के फैसले को कुछ दिन और टाल दिया है. कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आगामी लक्खी मेले को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द काम पूरा करवाया जाए. प्रशासनिक टीम आगामी रविवार को व्यवस्थाओं का जायजा लेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह में मंदिर का द्वार खोल दिया जाए. आगामी 22 फरवरी से बाबा श्याम का वार्षिक मेला शुरू होगा.


इस कारण भक्त थे श्याम बाबा के दर्शन से वंचित


मंदिर ट्रस्ट मंत्री श्याम सिंह (Shyam Singh) के मुताबिक, हर साल फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से द्वादशी तक वार्षिक लक्खी मेले का आयोजन होता है. देश-विदेश से करीब 20 से 25 लाख भक्त श्याम बाबा का दर्शन करने आते हैं. हर महीने शुक्ल पक्ष की एकादशी व द्वादशी को मासिक मेले का आयोजन भी किया जाता है. भक्तों की लगातार बढ़ रही संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने श्याम भक्तों को सुलभ और सुगम दर्शन करवाने के लिए मंदिर क्षेत्र में कई बदलाव किए हैं. मंदिर परिसर और बाहरी क्षेत्र में रास्तों का विस्तारीकरण किया गया है. मंदिर के अंदर सभामंडप को हटाकर कतारों की संख्या बढ़ाई गई है. अब भक्त 16 कतारों में आसानी से दर्शन कर सकेंगे. हर भक्त को दर्शन के लिए औसत 4 मिनट का समय मिलेगा. इन्हीं सारे बदलाव और व्यवस्थाओं के लिए 13 नवंबर 2022 को मंदिर बंद कर दिया गया था. मंदिर परिवार और प्रशासन की इच्छा है कि बदलाव के बाद शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) करें.


'घर वापसी' पर RSS का बड़ा बयान, दत्तात्रेय बोले- 'गौ मांस खाने वाले भी हिंदू धर्म में लौट सकते हैं'