राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का EC पर बड़ा आरोप, 'मैं सरकार में हूं फिर भी...'
Rajasthan News: राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने उपचुनाव को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग का रवैया ठीक नहीं था. कुछ लोगों ने मेरे खिलाफ सिलेक्टिव कार्रवाई की है.
Kirodi Lal Meena Attack On EC: राजस्थान में उपचुनाव के दौरान नरेश मीणा की ओर से SDM को थप्पड़ मारने के मामले ने सियासी रंग ले लिया है. इस बीच कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने निर्वाचन आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि दौसा में मेरे मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया.
उन्होंने कहा, ''निर्वाचन आयोग का रवैया ठीक नहीं था. मेरे मतदाताओं को पीटा गया है. सिलेक्टिव लोगों ने मेरे खिलाफ सिलेक्टिव कार्रवाई की है. मैं सरकार में हूं फिर भी आरोप लगा रहा हूं.
सरकार दोषियों को सजा दिलाएगी- किरोड़ी लाल मीणा
किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा, ''मेरे हिसाब से सरकार इसकी जांच कराएगी और दोषियों को दंडित भी करेगी. अगर हमने कोई गड़बड़ किया है तो मैं आपके बीच में कहकर जा रहा हूं कि ना हम बचेंगे और ना कोई अपराधी बचेगा, चाहे वो किसी इलाके, जाति या किसी भी दल का हो.''
13 नवंबर को राजस्थान उपचुनाव के लिए हुई वोटिंग
बता दें कि राजस्थान में विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार (13 नवंबर) को वोट डाले गए. इस दौरान करीब 69.29 फीसदी मतदाताओं ने वोटिंग में हिस्सा लिया. अधिकारियों ने बताया कि मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण और सफल रहा. मतगणना 23 नवंबर को होगी. विधानसभा की इन सात सीट में खींवसर क्षेत्र में लोगों ने बढ़चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया.
खींवसर सीट पर सबसे अधिक 75.62 फीसदी मतदान
खींवसर सीट पर सबसे अधिक 75.62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. राज्य की झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा सीट पर मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे शुरू हुआ था. दौसा में सबसे कम 62.1 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. आंकड़ों के मुताबिक, रामगढ़ में 75.27 प्रतिशत, चौरासी में 74.1 प्रतिशत, सलूम्बर में 67.01 प्रतिशत, झुंझुनू में 65.8 प्रतिशत और देवली उनियारा में 65.1 मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया.
देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में एक निर्दलीय उम्मीदवार द्वारा चुनावी ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी (एसडीएम) को कथित तौर पर थप्पड़ मारने की घटना हुई थी. थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेशा मीणा को शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. मीणा को नाटकीय घटनाक्रम और हिंसा के बाद गुरुवार (14 नवंबर) को गिरफ्तार किया गया था.
राज्य की जिन सात सीटों पर हुए उपचुनाव में कुल 69 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रहे, जिनमें 10 महिलाएं और 59 पुरुष हैं. इन सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 23 नवंबर को होगा. मौजूदा वक्त में 200 सीट वाली राज्य विधानसभा में बीजेपी के 114 विधायक, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के तीन, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) का एक और आठ निर्दलीय विधायक हैं.
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