Kirodi Lal Meena on Prahlad Gunjal: कोटा बूंदी संसदीय सीट पर लगातार नेता एक दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं. इन दिनों एससी-एसटी वोटर्स को साधने का प्रयास दोनों ही दल द्वारा किया जा रहा है. कांग्रेस के बयानों पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव में कोटा-बूंदी सीट से बीजेपी प्रत्याशी ओम बिरला के समर्थन में प्रचार करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल पर जोरदार हमला किया.
करवर में आयोजित आमसभा में उन्होंने कहा कि एसटी समाज याद करे कि आरक्षण आंदोलन के दौरान प्रहलाद गुंजल आपके पक्ष में नहीं थे. उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के भाइयों को भड़का रही है.
कांग्रेस ने देश भर में हिंसा फैलाई
मंत्री मीणा ने कहा कि एससी व एसटी वर्ग को बहकाया जा रहा है कि यदि मोदी फिर से सत्ता में आए तो वह आरक्षण को समाप्त कर देंगे. जबकि मोदी ने 2014 और 2019 में प्रधानमंत्री बनने के बाद एससी और एसटी वर्ग के आरक्षण को दस साल के लिए बढ़ाया था.
इस पर कांग्रेस ने देश भर में हिंसा फैला दी, आगजनी की, गाड़ियां जला दीं, रेल रोक दी कि आरक्षण कैसे बढ़ा. लेकिन फिर भी मोदी नहीं रुके और उन्होंने आरक्षण बढ़ाने का काम किया.
'मुसीबत में ओम बिरला आएंगे काम'
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि नरेंद्र मोदी तब ही प्रधानमंत्री बनेंगे जब ओम बिरला कोटा-बूंदी से सांसद बनेंगे. देश की आजादी के बाद अब तक हुए चुनावों में कोटा के किसी व्यक्ति को इतना ऊंचा पद नहीं मिला जितना बड़ा पद ओम बिरला को मिला है.
अगर आप ओम बिरला को कमजोर करोगे तो यह तय मानो कि आप नरेंद्र मोदी और डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को कमजोर करेंगे. चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय है, ऐसे में आप स्वयं तय करें कि कोई मुसीबत आई तो ओम बिरला काम आएगा या प्रहलाद गुंजल?
'PM मोदी ने समाप्त करवाया मीणा-मीना विवाद'
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से ही एससी और एसटी वर्ग के अधिकारों और हितों के लिए सजग रहे हैं. कुछ समय पूर्व जब मीणा और मीना पर विवाद हुआ और अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र जारी होना रूक गया तो उनके संज्ञान में आते ही उन्होंने तुरन्त इस विवाद को सुलझवाया.
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