Kota News: कोटा संभाग सहित कई क्षेत्रों में फसल कटने के बाद या तो किसान नोलाईयों में आग (Stubble Burning) लगा देते हैं या दुर्घटनावश आग लग जाती है. ये आग कई समस्याओं को जन्म देती है. ऐसे में जहां प्रदूषण बढ़ रहा है वहीं लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. इसके साथ ही अग्निशमन विभाग (Fire Department) को भी कई तरह से मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और दमकलों को खेत में ले जाना पड़ता है जिससे कई हादसे हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला मांगरोल में सामने आया है जहां आग बुझाने गई दमकल खुद ही जलकर खाक हो गई.
मांगरोल कस्बे के नजदीक खेतों में नोलाईयो में लगी आग को बुझाने गई नगर पालिका की दमकल खुद जल गई. वहीं आग की चपेट में आने से दो कर्मचारी भी झुलस गए हैं जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है. मिली जानकारी अनुसार कस्बे के समीप मुंडला पावर हाऊस के पास गुरुवार दोपहर में खेत की नोलियों में आग लग गई जिसकी सूचना मांगरोल पालिका में दी गई. जहां से फायर फाइटर कौशल कुमार औक दमकल चालक राजू मौके पर पहुंचे. अचानक हवा के साथ आग तेजी से फैली तो दमकल कर्मचारियों भी बचने का मोका नहीं मिला और दोनों कर्मचारी आग की चपेट में आ गए और दमकल भी जलकर खाक हो गई.
नोलाईयां जलाने पर प्रतिबंध लेकिन उसका कोई असर नहीं
आग बढ़ने के बाद जब कर्मचारी चपेट में आ गए तो बाद में आग पर काबू पाने के लिए बारां से आईं बड़ी दमकल ने काबू पाया. वहीं आग से झुलसे दमकल कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया. नोलाइयों को जलाने के लिए सरकार ने पाबंदी लगा रखी है, उसके बाद भी किसान नोलाइयों को जला देते हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि प्रशासन समय रहते कार्रवाई करे तो इस समस्या से कुछ हद तक निजात पाई जा सकती है.
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