Rajasthan: NEET परीक्षा को लेकर कोटा प्रशासन सतर्क, छात्रों को किया जा रहा मोटिवेट
Kota Students: कोटा जिला प्रशासन छात्रों को परीक्षा के दौरान तनावमुक्त करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है. इसके लिए प्रशासन और पुलिस के जरिये लगातार छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम किया जा रहा है.
Rajasthan Kota Students: कोटा में आत्महत्या पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन लगातार कोशिश कर रह है. रविवार (5 मई) को नीट की परीक्षा होगी, जिसमें 2.10 लाख सीटों के लिए 24 लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. कोटा से भी हजारों की संख्या में बच्चे नीट की परीक्षा में भाग लेंगे.
परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों की मदद के लिए कोटा जिला प्रशासन आगे आया है. छात्रों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. इसके अलावा हॉस्टल, कोचिंग संचालन के साथ मेस स्तर पर जो खामियां सामने आ रही हैं, उनका मौके पर ही निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे कोचिंग करने वालों बच्चों को बेतहत माहौल मिल सके और वह खुश रहे.
छात्रों को मोटिवेट करने की कोशिश
देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से नीट और जेईई मेंस परीक्षा से पहले और बाद में आत्महत्या की घटनाएं अधिक होती हैं. छात्रों के जरिये कोई खौफनाक कदम उठान से रोकने के लिए कोटा जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, कोचिंग संचालक और स्वयंसेवी संस्थाएं हर समय बच्चों को मोटिवेट करने का प्रयास करती रही हैं.
कोचिंग अनुसार नोडल अधिकारी नियुक्त
कोटा में संचालित कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण, इनमें अध्ययनरत और निवासरत विद्यार्थियों को मानसिक सम्बलन और सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन के स्तर पर बेहतर पेरेंटिंग के लिए विविध गतिविधियां और नवाचार किया जा रहा है. जिला कलक्टर द्वारा विद्यार्थियों और उनके परिजनों के नाम अलग-अलग पत्र लिखकर उनका मार्गदर्शन करते हुए मनोबल बढाने और सकारात्मक दृष्टिकोण देने का प्रयास किया गया है.
कोचिंग विद्यार्थियों के साथ "डिनर विद कलेक्टर" श्रृंखला के माध्यम से विद्यार्थियों के साथ संवाद का नवाचार जिला कलक्टर द्वारा पहले से ही संचालित है. इसी क्रम में कोचिंग संस्थानों और छात्रावासों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और संबंधित पुलिस थाना क्षेत्र से कोचिंगवार नोडल अधिकारी नियुक्त हैं.
स्टूडेंट्स को तनाव से दूर करने के दिए जा रहे टिप्स
जिला कलक्टर ने समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कोचिंग संस्थानों, छात्रावास, पीजी में समय-समय पर नियमित रुप से निरीक्षण की प्रक्रिया सुनिश्चित करें. इसी क्रम में विभिन्न नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर विद्यार्थियों से संवाद किया जा रहा है.
विद्यार्थियों को तनावमुक्त रहने और करियर के विभिन्न विकल्प खुले रखने के बारे में जानकारी दी जा रही है. जिला रसद अधिकारी पुष्पा हरवानी ने संबंधित पुलिस अधिकारी के साथ कोचिंग विद्यार्थियों से संवाद किया और उनकी शंकाओं का समाधान किया. विद्यार्थियों को तनावमुक्त रहते हुए अध्ययन करने के टिप्स दिए गए और उनका मनोबल भी बढ़ाया.
एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने के निर्देश
सेटलमेंट ऑफिसर ममता तिवारी ने पुलिस उप अधीक्षक योगेश कुमार शर्मा के साथ बोरखेड़ा क्षेत्र में हॉस्टल्स और कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी ली और विद्यार्थियों के साथ संवाद किया.
ममता तिवारी ने जांच के दौरान जिन जगहों पर गेट कीपर ट्रेनिंग नहीं पाया, वहां यह ट्रेनिंग कराने के निर्देश दिए. रिद्धि सिद्धि अपार्टमेंट और संस्कार अपार्टमेंट के पंखों में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं पाए जाने पर डिवाइस लगवाने के लिए निर्देशित किया गया.
देश की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से नीट और जेईई मेंस परीक्षा से पहले और बाद में आत्महत्या की घटनाएं अधिक होती हैं. छात्रों के जरिये कोई खौफनाक कदम उठान से रोकने के लिए कोटा जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, कोचिंग संचालक और स्वयंसेवी संस्थाएं हर समय बच्चों को मोटिवेट करने का प्रयास करती रही हैं.
कोचिंग अनुसार नोडल अधिकारी नियुक्त
कोटा में संचालित कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण, इनमें अध्ययनरत और निवासरत विद्यार्थियों को मानसिक सम्बलन और सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन के स्तर पर बेहतर पेरेंटिंग के लिए विविध गतिविधियां और नवाचार किया जा रहा है. जिला कलक्टर द्वारा विद्यार्थियों और उनके परिजनों के नाम अलग-अलग पत्र लिखकर उनका मार्गदर्शन करते हुए मनोबल बढाने और सकारात्मक दृष्टिकोण देने का प्रयास किया गया है.
कोचिंग विद्यार्थियों के साथ "डिनर विद कलेक्टर" श्रृंखला के माध्यम से विद्यार्थियों के साथ संवाद का नवाचार जिला कलक्टर द्वारा पहले से ही संचालित है. इसी क्रम में कोचिंग संस्थानों और छात्रावासों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और संबंधित पुलिस थाना क्षेत्र से कोचिंगवार नोडल अधिकारी नियुक्त हैं.
स्टूडेंट्स को तनाव से दूर करने के दिए जा रहे टिप्स
जिला कलक्टर ने समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे संबंधित कोचिंग संस्थानों, छात्रावास, पीजी में समय-समय पर नियमित रुप से निरीक्षण की प्रक्रिया सुनिश्चित करें. इसी क्रम में विभिन्न नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर विद्यार्थियों से संवाद किया जा रहा है.
विद्यार्थियों को तनावमुक्त रहने और करियर के विभिन्न विकल्प खुले रखने के बारे में जानकारी दी जा रही है. जिला रसद अधिकारी पुष्पा हरवानी ने संबंधित पुलिस अधिकारी के साथ कोचिंग विद्यार्थियों से संवाद किया और उनकी शंकाओं का समाधान किया. विद्यार्थियों को तनावमुक्त रहते हुए अध्ययन करने के टिप्स दिए गए और उनका मनोबल भी बढ़ाया.
एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाने के निर्देश
सेटलमेंट ऑफिसर ममता तिवारी ने पुलिस उप अधीक्षक योगेश कुमार शर्मा के साथ बोरखेड़ा क्षेत्र में हॉस्टल्स और कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी ली और विद्यार्थियों के साथ संवाद किया.
ममता तिवारी ने जांच के दौरान जिन जगहों पर गेट कीपर ट्रेनिंग नहीं पाया, वहां यह ट्रेनिंग कराने के निर्देश दिए. रिद्धि सिद्धि अपार्टमेंट और संस्कार अपार्टमेंट के पंखों में एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं पाए जाने पर डिवाइस लगवाने के लिए निर्देशित किया गया.
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