Kota and Dakaniya Talav Stations:  कोटा शहर में विकास कार्यों की गति तेज हो गई है. चुनावी साल में राज्य के साथ केन्द्र सरकार भी यहां मेहरबान हो रही है. विकास कार्यों के तहत कोटा स्टेशन के साथ डकनिया रेलवे स्टेशन को भी नया लुक दिया जा रहा है. साथ ही सुविधाओं में भी वृद्धि की जा रही है. पश्चिम मध्य रेल के कोटा एवं डकनिया तलाव स्टेशनों के पुनर्विकास ने गति पकड़ ली है.


कोटा और डकनिया तलाव स्टेशनों के विकास कार्यों की समीक्षा भी निरंतर की जा रही है. डकनिया तलाब स्टेशन के पुनर्विकास का काम अक्टूबर 2024 तक और कोटा स्टेशन के पुनर्विकास का काम अप्रैल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इनके पूरा होते ही यहां एयरपोर्ट के समान सुविधाएं दी जाने लगेंगी. कोटा वर्ल्ड क्लास स्टेशनों की श्रेणी में आता है उसी के तहत यहां कार्य हो रहे हैं.
     
कोटा स्टेशन पर इन कार्यों को मिल रही गति
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि कोटा गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला का कार्य पूर्ण हो गया है. प्लेटफार्म संख्या 04 की तरफ अस्थाई कार्यरत टिकट काउन्टर का कार्य पूर्ण हो चुका है. इसके साथ ही प्लेटफार्म संख्या 04 पर अस्थाई अपर क्लास प्रतीक्षालय एवं महिला प्रतीक्षालय का कार्य पूर्ण हो गया है. सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहा है जो शीघ्र ही पूर्ण होगा. वहीं प्लेटफॉर्म संख्या 1,2,3 और 4 पर विभिन्न विभागों के अस्थायी कार्यालय एवं यात्री प्रतीक्षालय का कार्य निर्माणाधीन है. इसके साथ ही डकनिया तलाव स्टेशन की बात करें तो यहां सबसे अधिक कोचिंग स्टूडेंट आते हैं और यहीं से ट्रेन पकड़ते हैं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास से यहां ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है. क्लाइंट कार्यालय के साथ ही साइट ऑफिस का कार्य पूर्ण हो चुका है. कार्यस्थल की मिट्टी सर्वेक्षण, प्रयोगशाला के साथ ही स्टेशन पर रिले रूम का कार्य पूर्ण हो चुका है.


207.63 करोड़ कोटा और 111.19 करोड़ डकनिया पर हो रहे खर्च
रोहित मालवीय ने बताया कि कोटा रेलवे स्टेशन नई दिल्ली-मुंबई लाइन पर स्थित एक महत्वपूर्ण स्टेशन है. कोटा स्टेशन को पुनर्विकसित करने का कार्य  207.63 करोड़ की लागत से किया जा रहा है, वहीं कोटा मंडल में डकनिया तलाव रेलवे स्टेशन नई दिल्ली-मुंबई कॉर्ड लाइन पर स्थित एक महत्वपूर्ण स्टेशन है. डकनिया तलाव स्टेशन को पुनर्विकसित करने का कार्य 111.19 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है. कोटा एवं डकनिया तलाव स्टेशनों को पुनर्विकसित करते समय स्टेशन डिजाइन के मानक तत्वों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जा रहा है. ये निर्माण पूर्ण होते ही सौंदर्यकरण के साथ ही यहां सुविधाओं का विस्तार होगा जो यात्रियों को आकर्षित करेगा.


यह भी पढ़ें:


Ajmer: अजमेर में CM गहलोत और पायलट गुट के समर्थक आपस में भिड़े, जमकर चले लात- घूंसे, देखें वीडियो