Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में आंगनबाड़ी केंद्रों में दलालों का बोलबाला है. यहां बिना कमीशन किसी भी व्यक्ति का कोई काम नहीं होता लेकिन अब इन दलालों पर एक्शन होने लगा है. यहां कोटा एसीबी की टीम ने आंगनबाड़ी के इन दलालों पर कार्रवाई करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सुपरवाइजर और दलाल को ₹5000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह दोनों पोषाहार के बिल बकाया को पास करने पर 15 प्रतिशत दलाली लेने, नौकरी से नहीं हटाने सहित कई मामले को लेकर रिश्वत मांग रहे थे. जिस पर एसीबी ने आंगनबाड़ी के दलालों का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है.


कोटा एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि पोषाहार के बकाया बिल के पैसे खाते में आने पर उनका 15 प्रतिशत लेने, नौकरी से नहीं हटाने, परेशान नही करने के मामले में महिला बाल विकास विभाग इटावा के सुपरवाइजर सेक्टर इटावा प्रथम अनीता मेहरा पत्नी राजेश मेरा उम्र 46 वर्ष निवासी लक्ष्मी स्कूल के पास सकतपुरा कोटा व दलाल महावीर शर्मा पुत्र गोविंद नारायण शर्मा 53 वर्ष निवासी ग्राम पीपल्दा खुर्द तहसील पीपल्दा को 5000 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. कार्रवाई कोटा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल यूनिट के निर्देशन में की गई. इसमें दलाल को गिरफ्तार किया गया है. वहीं सुपरवाइजर को डीटेन किया गया है. 


एसीबी ने ऐसे बिछाया जाल 


एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने 1 अप्रैल 2022 को इटावा कैंप पर एसीबी को प्रार्थना पत्र इस आशय का पेश किया कि पीपल्दा सेक्टर के अंदर आने वाले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का पुराने पोषाहार के बकाया बिलों के पैसे सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बैंक खाते में कुछ दिन पहले ही जमा हुए हैं. हमारी आंगनबाड़ी सुपरवाइजर अनीता, महावीर शर्मा के साथ मिलकर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को चेक कर पोषाहार के बिलों पर जितना पैसा जिस-जिस के खाते में आया है. उस हिसाब से खातों में आई रकम का 15 प्रतिशत राशि हमें अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करने व नौकरी से हटाने की धमकी देकर मांग कर रही है. मेरे 4 माह के बकाया बिलों के करीब 33000 हजार रुपए मेरे खाते में आए हैं. जिसका 15% के हिसाब से ₹5000 अनीता मेहरा दलाल महावीर शर्मा के मार्फत पैसे लेना चाहती है. दोनों ने ही अगले सोमवार 4 अप्रैल 2022 को मेरे आंगनबाड़ी केंद्र पर आने के लिए कहा है.


इस शिकायत पर रिश्वत की मांग का गोपनीय सत्यापन कराया गया तो अनीता मेहरा सुपरवाइजर व दलाल महावीर शर्मा आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंचे व उसके खाते में आए 33000 हजार के 15 प्रतिशत के हिसाब से 5000 हजार की मांग होने की पुष्टि हो गयी. जिस पर ट्रैप की कार्रवाई का जाल बिछाया और दलाल महावीर शर्मा को परिवादिया से 5000 हजार की रिश्वत राशि प्राप्त करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया व अनीता मेहरा को डिटेन किया गया.


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लंबे समय से चल रहा था कमीशन का धंधा, लेकिन किसी ने भी नहीं उठाई आवाज


कोटा सहित जिले के आस-पास आंगनबाड़ी केंद्रों में लंबे समय से इसी तरह बिल पास करवाने कमीशन देने का धंधा जोरों पर चल रहा है. महिला व बाल विकास विभाग के दलाल बिना कमीशन खोरी के कोई काम नहीं करते. जल्दी बिल पास करवाने, कमीशन देने के चक्कर, किसी को बताने पर हटाने की धमकी देने के चलते कोई कुछ नहीं कर पा रहा था. लेकिन एक महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने हिम्मत दिखाई और एसीबी तक पूरे मामले की शिकायत दी. हालांकि एसीबी ने भी महिला के शिकायत के अनुसार नाम गुप्त रखने के कारण महिला कार्यकर्ता का नाम नहीं बताया.


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