Kota News: एशिया की बड़े बाजारों में से एक है भामाशाह कृषि उपज मंडी, यहां अनाज की रिकॉर्ड आवक, जगह पड़ने लगी कम
Kota News: भारतीय किसान संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि नीलामी स्थल पर बने यार्डो में व्यापारियों का माल जमा है. ऐसे में किसान को मजबूरी में खुले में ढेर लगाने पड़ रहे हैं.
Rajasthan News: एशिया की सबसे बड़ी मंडियों में शुमार कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी (Bhamashah Krishi Upaj Mandi) में अनाज की आवक बेशुमार हो रही है. राजस्थान से ही नहीं देश के कई राज्यों से यहां अनाज आ रहा है. मंडी में एक ही दिन में चार लाख कट्टे अनाज बिक्री के लिए आ रहा है. मंडी प्रशासन की व्यवस्थाएं भी अब छोटी हो चुकी हैं, यार्ड फुल होने के बाद अब खुले में अनाज पड़ा हुआ है, जिससे किसानों को बरसात का भय सता रहा है.
इन दिनों हो रही आवक में सबसे ज्यादा एक लाख साठ हजार कट्टे गेहूं की आवक हो रही है, जबकि सरसों की आवक का आंकड़ा 30 हजार कट्टे रहा. चने की आवक करीब 40 हजार कट्टे रही. एक दिन में भारी आवक होने से 350 बीघा में फैली मंडी भी छोटी पड़ गई.
दाम अच्छे मिलने से माल लेकर आते हैं किसान
कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि, इन दिनों ज्यादातर माल हाड़ौती के ही किसान लेकर आ रहे हैं. मंडी में नीलामी की व्यवस्था सुचारू रखी जा रही है. माल का भी नियमित उठाव करने का प्रयास किया जा रहा है. अन्य मंडियों के मुकाबले भाव अच्छे मिलने से किसान हाड़ौती के अलावा मध्य प्रदेश और प्रदेश के आसपास के जिलों से माल लेकर आते हैं.
बरसात के भय से सस्ते में बिक रहा अनाज
आवक अधिक होने से अनाज के ढेर सड़कों पर लगाने पड़ रहे हैं. कोटा में मौसम बार बार करवट ले रहा है, शनिवार को भी हल्की बूंदाबांदी हुई. इससे अन्नदाताओं की चिंता बढ़ गई, क्योंकि मंडी में करीब दो से ढाई लाख कट्टे अनाज खुले में रखा हुआ है. बरसात के भय से एमएसपी पर गेहूं की खरीद शुरू नहीं होने से किसानों को कम दामों पर मंडी में अनाज बेचना पड़ रहा है.
हालांकि, मंडी में अधिकांश किसानों की जींस बिक चुकी थी और तुलाई के बाद कट्टों में भर दी गई थी, ऐसे में उनमें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन 10 हजार कट्टों से ज्यादा की तुलाई नहीं होने से किसानों की जिंस भी भीग गई. बम्पर आवक के चलते भामाशाह मंडी में इन दिनों नीलामी यार्डों के अलावा सड़कों पर भी नीलामी की जा रही है.
यार्ड में व्यापारियों का कब्जा, किसान का माल सड़कों पर
भारतीय किसान संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख आशीष मेहता ने बताया कि नीलामी स्थल पर बने यार्डो में व्यापारियों का माल जमा है. ऐसे में किसान को मजबूरी में खुले में ढेर लगाने पड़ रहे हैं. नीलामी स्थलों पर बने टीनशेडों में व्यापारियों का माल जमा होने से किसानों को खुले में ढेरिया लगानी पड़ती हैं.
ऐसे में 30 मार्च को भी बारिश से किसानों की जिंस भीग गई थी और शनिवार को फिर बारिश से जिंस भीग गई. मंडी प्रशासन माल उठाव की बात करता है, लेकिन टीनशेडों में जमा व्यापारियों के माल को नहीं हटवा पा रहा.
फैक्ट फाइल
- 4 लाख कट्टे अनाज की आवक
- 1.60 लाख कट्टे गेहूं की आवक
- 40 हजार कट्टे चना आया
- 30 हजार कट्टे सरसों आई
- 70 हजार कट्टे अन्य जिंस की आवक
- कोटा संभाग में फसलों की स्थिति
- गेहूं की बुवाई - 513615 हेक्टेयर, उत्पादन 2451388 मिट्रीक टन, सरकार का समर्थन मूल्य 2125
- चने की बुवाई- 164194 हेक्टेयर, उत्पादन 322660 मिट्रीक टन, सरकार का समर्थन मूल्य 5335
- सरसों की बुवाई - 351698 हेक्टेयर, उत्पादन 730790 मिट्रीक टन, सरकार का समर्थन मूल्य 5450