Rajasthan Elections: राजस्थान में चुनावी साल में बीजेपी (BJP) सरकार के खिलाफ एक के बाद एक नए हथियार सामने ला रही है. इसी कड़ी में राजस्थान बीजेपी ने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें एक व्यक्ति अस्पताल की लिफ्ट में स्कूटी लेकर जाता दिख रहा है. बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति मरीज को दिखाने सीधे स्कूटी से वार्ड में घुस गया. अब इस वीडियो के जरिए राजस्थान (Rajasthan) में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौर (Rajendra Singh Rathore) ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर निशाना साधा है.


यह वीडियो कोटा के एक सरकारी अस्पताल का बताया जा रहा है, जहां दावा है कि अस्पताल में व्हीलचेयर नहीं होने के चलते एक व्यक्ति अपने बीमार बेटे को स्कूटी पर बिठाकर ही वार्ड तक लेकर जाता है. यह व्यक्ति पहले सीधे अस्पताल की लॉबी में स्कूटी से घुसता है और उसे कोई भी नहीं रोकता. इसके बाद भी जब वह स्कूटी को लिफ्ट में घुसाता है तब भी कोई उसे नहीं टोकता, लेकिन इस बीच किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. इस वीडियो ने न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था बल्कि अस्पताल के अंदर की व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है. उधर, राजस्थान बीजेपी ने इस वीडियो के साथ लिखा, "कांग्रेस राज में मरीजों को अस्पताल में स्ट्रेचर और व्हील चेयर नहीं मिल रही है, परिजन ने स्कूटी से मरीज को अस्पताल के वार्ड तक पहुंचाया." 



राजेंद्र राठौर ने सरकार से पूछा यह सवाल
राजस्थान बीजेपी द्वार पोस्ट वीडियो को नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने रीट्वीट करते हुए कांग्रेस से सवाल पूछा है. राठौर ने ट्वीट किया, "यह वीडियो किसी फिल्म का नहीं बल्कि देश में तथाकथित सबसे बेहतर हेल्थ मॉडल होने का दावा करने वाली गहलोत सरकार के कोटा स्थित सरकारी अस्पताल का है, जहां व्हीलचेयर नहीं होने के अभाव में एक पिता को अपने बेटे के इलाज के लिए स्कूटी पर लिफ्ट से वार्ड ले जाना पड़ रहा है. गहलोत राज में खस्ताहाल हेल्थ सिस्टम की हकीकत साफ दिख रही है."



प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी वीडियो को ट्वीट कर सीएम गहलोत पर निशाना साधा है. सीपी जोशी ने लिखा, 'यह दृश्य कोटा  राजस्थान का है जहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  दावा करते हैं कि प्रत्येक परिवार को 25 लाख का फ्री इलाज देंगे, लेकिन विडंबना है कि अस्पताल में व्हील चेयर जैसी बेसिक सुविधा तक उपलब्ध नहीं है. बड़ी बातें और फर्जी दावों से चुनाव नहीं जीता जा सकता, जनता समझदार है.'


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