Kota Brahman Sabha Meeting: राजस्थान के कोटा में ब्राह्मणों का महाकुंभ आयोजित किया गया, जिसमें कोटा की धरती से राजनीति में सक्रीय भागीदारी की मांग को लेकर ब्राह्मणों ने हुंकार भरी है. हजारों की संख्या से प्रदेशभर से ब्राह्मण समाज के सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक सहित हजारों लोग कोटा पहुंचे. विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में सर्वब्राह्मण समाज की ओर से 11 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा शंखनाद और भगवान परशुराम की विशेष पूजा के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ.


महाकुंभ के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण के तहत अन्य लाभ देने, कोटा मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर रखने, मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने और मंदिरों में ठाकुर जी के पूजन के लिए ब्राह्मण पुजारी ही रखनने संबंधी मांग को उठाया गया. 


'पांच घर गोद लेकर बच्चों की शिक्षा का संकल्प'


विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम गुरुजी ने कहा कि हमें पांच-पांच घर गोद लेने चाहिए और उन घरों के बच्चों की शिक्षा का संकल्प करना चाहिए. पूर्व कैबिनेट मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि आज हमारी बेटियों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए. सबको आबादी के अनुसार अधिकार मिले. सही मायने में ज्ञान ही सशक्तिकरण देता है.


राष्ट्र और समाज का निर्माण हमारी प्रतिबद्धता है. सुशील ओझा ने कहा कि केवल ब्राह्मण के हित की बात करेंगे तो ब्राह्मणत्व समाप्त हो जाएगा. लेकिन ब्राह्मणों की स्थिति को देखकर ऐसी जाजिम बिछानी पड़ रही है. ब्राह्मण समाज संगठित होकर वैज्ञानिक तरीके से वोट करेगा.


शिक्षा के बिना कोई समुदाय नहीं बढ़ सकता है आगे- गौरव वल्लभ


विधायक धर्मनारायण जोशी ने कहा कि ब्राह्मण कभी भी जातिवादी नहीं हो सकता, लेकिन हम जब तक पावर सेंटर नहीं बनेंगे तब तक हमारा कल्याण नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि आज सरकार के माध्यम से चीन के बॉर्डर पर भगवान परशुराम की विशाल मूर्ति स्थापित हो रही है. यह हमारे लिए पांचवा धाम बनेगा. विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि यदि हम अपनी शक्ति, सामर्थ्य और क्षमताओं को पहचान लेंगे तो खुद बा खुद एकजुट हो जाएंगे. हमें अपनी शक्ति और साहस को जाहिर करने की जरूरत है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि शिक्षा के बिना कोई समुदाय आगे नहीं बढ़ सकता है.


'14 नहीं हमें 20 प्रतिशत चाहिए आरक्षण'


इसमें समाज के लोगों ने एक स्वर में मांग करते हुए कहा कि अब हमें 14 प्रतिशत नहीं 20 प्रतिशत आरक्षण चाहिए. हम खैरात नहीं मांग रहे हैं. हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे. यह सभी 8 सजातियों को मिलना चाहिए. समाज का व्यक्ति एमपी एमएलए चुनाव में खड़ा हो तो उसे हमें ताकत देनी होगी. लोकतांत्रिक व्यवस्था में ताकत जरूरी है. उन्होंने कहा कि ग्रंथों को जलाने पर, ब्राह्मण विरोधी नारा लगाने पर, जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मणों के खिलाफ नारे लिखने पर, ब्राह्मण का अपमान करने पर अब हम खामोश नहीं रहेंगे. अब हम विरोध का नारा स्वीकार नहीं कर सकते हैं.
 
अपने हक के लिए हम सड़कों पर बैठेंगे- भुवनेश्वर शर्मा


ब्राह्मण समाज के नेता भुवनेश्वर शर्मा चच्चू भैया ने कहा कि जब राजस्थान में ब्राह्मणों की जनसंख्या 80 लाख थी, तब 70 विधायक होते थे. आज राजस्थान में 90 लाख ब्राह्मण हैं, लेकिन विधायक 19 हैं. दोनों पार्टियों को जनसंख्या के अनुपात में टिकट देने होंगे. हम 14 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस आरक्षण चाहते थे, लेकिन सरकार ने 4 प्रतिशत आरक्षण काट लिया. ब्राह्मण समाज बुद्धिजीवी है. रेल की पटरी नहीं उखाड़ सकता, लेकिन हक के लिए उठेगा. घर से बाहर निकाल कर सड़कों पर बैठेंगे. हाड़ौती के हर जिले में एक विधायक होना चाहिए.
 
विप्र कल्याण आयोग के गठन की मांग


महाकुंभ में केंद्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर विप्र कल्याण आयोग गठित करने की मांग की गई. वहीं मेडिकल कॉलेज कोटा का नाम बदलकर भगवान परशुराम के नाम से रखने, ब्राह्मणों का परंपरागत कार्य मंदिरों में पूजा विद्वान ब्राह्मणों के हाथ में ही रखने के लिए भी सरकार से मांग की गई.


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