Exam Scandal in Rajsathan: राजस्थान में पेपर लीक (Paper Leak) का मामला हो या अभ्यर्थी की जगह फर्जी अभ्यर्थी को बैठाकर परीक्षा दिलाने का मामला हो, यह सब थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आठ महीने पहले दो सगे भाइयों ने ऐसा कांड किया और फरार हो गए. पुलिस आठ महीने से उन दोनों सगे भाइयों को पकड़ने में विफल रही थी. बुधवार को दोनों की गिरफ्तारी हुई. 


दोनों की गिरफ्तारी से खुलेंगे कई राज
ऐसे में इन दोनों भाइयों की गिरफ्तारी के बाद कई राज खुलेंगे. पुलिस ने इनपर इनाम भी घोषित कर दिया था. सरकार के लिए ऐसे मामले चुनौतीपूर्ण रहे हैं. पेपर लीक का मामला अभी भी शांत नहीं हुआ है. ऐसे में अभी कई परीक्षाएं होने वाली हैं. उससे पहले इन दो सगे भाइयों के कारनामे सामने आ जाएंगे.


एडीजी ने बताया कैसे हुई कार्रवाई ?
सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने जयपुर शहर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र से सरकारी भर्तीयों में फर्जी अभ्यर्थी बैठा कर परीक्षा दिलवाने के मामले में करीब 8 माह से फरार चल रहे दो सगे भाइयों को डिटेन कर कोटा शहर के दादाबाड़ी पुलिस को सौंपा है. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन में बताया कि परंपरागत और तकनीकी पुलिसिंग के आधार पर सीआईडी टीम ने आरोपी अरुण कुमार मीना पुत्र मक्खन लाल (27) और साहिल कुमार मीना पुत्र मक्खन लाल (24) निवासी गांव हीरापुरा थाना गंगापुर सिटी सवाई माधोपुर को गिरफ्तार किया गया है.


घोषित किया गया था इनाम 
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर एसपी कोटा शहर ऑफिस द्वारा पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित है. मंगलवार को हैड कांस्टेबल महेन्द्र कुमार को मिली विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआईजी क्राइम डॉ राहुल प्रकाश की मॉनिटरिंग तथा एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में टीम गठित की गई. डीआईजी डॉ राहुल ने बताया कि आरोपी भाइयों साहिल व अरुण मीणा के विरुद्ध कोटा सिटी जिले के थाना दादाबाड़ी में साल 2022 में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर द्वारा आयोजित ग्राम विकास अधिकारी मुख्य सीधी भर्ती परीक्षा 2021 में डमी अभ्यर्थी बैठा कर परीक्षा दिलवाने के सम्बंध में मुकदमा दर्ज हुआ था.


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