Rajasthan News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 72वें जन्म दिन (PM Narendra Modi birthday) पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र राजस्थान के कोटा-बूंदी (Kota-Bundi) के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं का तोहफा दिया. एक ओर जहां उन्होंने बूंदी के नमाना से कोटा-बूंदी के पंचायत क्षेत्रों में लगने वाले स्वास्थ्य जांच शिविरों (Health Check up Camps) का शुभारंभ किया वहीं बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच अभियान की घोषणा भी की. 


क्या कहा लोकसभा अध्यक्ष ने
नमाना के इंद्रा उच्च माध्यमिक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत लोक सभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को जन्म दिन की शुभकामनाएं देने के साथ की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि देश का प्रत्येक नागरिक स्वास्थ रहे ताकि वे देश के विकास में अपना सम्पूर्ण योगदान दे सकें. इसी को देखते हुए कोटा-बूंदी के प्रत्येक व्यक्ति को अच्छ स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच शिविरों के आयोजन की कार्ययोजना तैयार की गई है.


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इन शिविरों के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को विशेषज्ञ परामर्श और जांच सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. इन शिविरों के माध्यम से ऐसे मरीज भी चिन्हित किए जाएंगे जिन्हें बड़े उपचार केंद्रों पर इलाज की आवश्यकता है. इसके अतिरिक्त कैंसर मरीजों को चिन्हित करने के लिए भी गंभीर प्रयास किए जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर को लेकर जागरूकता का अभाव है. जब तक यह रोगी अस्पताल पहुंचते हैं, बहुत देर हो चुकी होती है.


स्कूलों में होगी बच्चों की स्वास्थ्य जांच
ओम बिरला ने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के लिए भी कार्ययोजना बनाई गई है. शिविरों के माध्यम से पोषण की कमी से ग्रस्त गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जाएगा. इन महिलाओं को नौ माह तक पोषण किट उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा कोटा और बूंदी जिलों के सरकारी और निजी विद्यालयों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा.


गांव-गांव जाएंगी हॉस्पिटल ऑन व्हील
नमाना शिविर से स्पीकर बिरला ने दो हॉस्पिटल ऑन व्हील को भी रवाना किया. स्पीकर बिरला की इन विशेष स्वास्थ्य यूनिट्स के माध्यम से गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की योजना हैं. इन युनिट्स में डॉक्टर और चिकित्साकर्मी तो होंगे ही, बुनियादी जांचों की सुविधा भी मिलेगी. इसके अतिरिक्त मरीजों को मौके पर ही दवाएं भी दी जाएंगी. इन युनिट्स के माध्यम से गंभीर रोगियों को भी चिन्हित किया जाएगा.


चश्मे-छड़ी और सहायक उपकरण बांटे
कार्यक्रम के दौरान पूर्व में चिन्हित किए गए दिव्यांगों और वरिष्ठजनों को चश्मे, छड़ी और अन्य सहायक उपकरण भेंट किए गए. बुजुर्गों को स्पीकर बिरला ने मंच से उतरकर छड़ी भेंट की. शिविर के दौरान सहायक उपकरणों के लिए नए पंजीकरण भी किए गए. शिविर के माध्यम से दो गंभीर मरीजों को बड़े केंद्रों पर उपचार के लिए चिन्हित किया गया. शिविर में हाइड्रकिफेलस से पीड़ित एक बच्चा भी पहुंचा. इस बीमारी में बच्चे के सिर का आकार शरीर की तुलना में अधिक हो जाता है. इस बच्चे का उपचार जयपुर में करवाया जाएगा. इसी तरह दिल में छेद की परेशानी से पीड़ित एक मरीज ने भी शिविर में अपनी जांच करवाई. उसका उपचार भी कोटा या जयपुर में करवाया जाएगा.


आंखों के प्रति जागरूकता की जरूरत
शिविर में बड़ी संख्या में ऐसे बुजुर्ग मरीज पहुंचे जो मोतियाबिंद से ग्रस्त थे. अब इनका जल्द ऑपरेशन करवाया जाएगा. इनकी जांच करने वाले चिकित्सकों का कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में आंखों की समस्या के प्रति जागरूकता की कमी दिखाई दी. मोतियाबिंद का छोटा ऑपरेशन करवाने के बाद इनकी नजर में सुधार आ सकता है लेकिन यह लोग कई सालों से इसी परेशानी के साथ अपना जीवन जी रहे हैं.


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