Rajasthan News: कोटा सेंट्रल जेल में कैदी चला रहे पेट्रोल पंप, हो रहा लाखों का मुनाफा, जानें- किन कैदियों की लगती है ड्यूटी
Kota Central Jail News: कोटा सेंट्रल जेल ने एक अनूठी पहल की है. वह कैदियों के माध्यम से कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, इससे कई कैदियों को रोजगार मिलता है और सरकारी राजस्व भी बढ़ता है.
Kota News: राजस्थान का कोटा सेंट्रल जेल इन दिनों चर्चा में है, जेल प्रशासन अपने कैदियों के माध्यम से कई प्रोजेक्ट चला रहा है. आशाएं संस्था द्वारा संचालित कई योजनाओं के तहत कोटा जेल में बंद कैदियों के द्वारा कई प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं. इसमें सबसे मुख्य प्रोजेक्ट है पेट्रोल पंप, जिसे कैदियों के द्वारा चलाया जा रहा है. ये पेट्रोल पंप जेल विभाग को काफी मुनाफा दे रहा है. जेल अधीक्षक परमजीत सिंह ने बताया कि "साल 2023 जनवरी में शुरू किया गया, पेट्रोल पंप एक साल में ही कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है.
परमजीत सिंह ने बताया कि "26 कैदियों के माध्यम से इस पेट्रोल पंप को चलाया जा रहा है. पहले इस पेट्रोल पम्प की बिक्री महज 70 से 80 हजार थी, वही यह अब 10 लाख रुपये तक पहुंच गई है. इससे लाखों की इनकम कोटा जेल के माध्यम से विभाग को हो रही है. उन्होंने बताया कि "जहां इस जमीन का किराया आता है, वहीं मुनाफा भी काफी अधिक है. पहले कैदियों को यहां महज 200 से ढाई सौ रुपये प्रतिदिन दिए जाते थे, लेकिन अब उनके वेतन में वृद्धि करने का आग्रह जेल डीजी के माध्यम से किया गया है. जिसकी स्वीकृति मिलने के बाद अब प्रतिदिन 300 रुपये कैदियों को मिलते हैं, इस हिसाब से प्रतिमाह एक कैदी 9000 रुपये महीने कमा रहा है.
इन कैदियों को किया जाता है तैनात
जेल अधीक्षक के मुताबिक, जिन कैदियों का व्यवहार अच्छा है, उन कैदियों को पेट्रोल पंप पर ड्यूटी के लिए लगाया जाता है. दो शिफ्ट में संचालित यह पेट्रोल पंप राजस्थान का दूसरा ऐसा पंप है, जो कैदियों के माध्यम से चलाया जा रहा है. हालांकि राजस्थान में दो और पंप खोले गए हैं, जिसमें एक अलवर और एक भरतपुर में संचालित किया जा रहा है. परमजीत सिंह के मुताबिक, इस पंप के संचालन से कैदियों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है, उन्हें रोजगार मिल रहा है. इससे कैदियों के परिवार को आर्थिक सहायता भी मिलती है.
कैदियों ने की इस पहल की तारीफ
इस अवसर पर जब कैदियों से बात की गई तो वह काफी सकारात्मक नजर आए, कैदी प्रशासन के इस पहल की सराहना कर रहे हैं. एक कैदी ने कहा कि "जाने अनजाने में जो अपराध हुआ उसकी सजा तो हम भुगत ही रहे हैं, लेकिन काम करने से सजा भी कट रही है और परिवार का पालन पोषण भी हो रहा है." कैदियों का कहना है कि "इस तरह की अन्य योजनाएं भी चलाई जानी चाहिए जिससे अधिकांश बंदियों को भी रोजगार मिल सके." जेल अधीक्षक का कहना है कि "शीघ्र ही यहां सीएनजी पंप खुले ऐसी भी हमारी योजना है." उन्होंने कहा कि "इसके लिए कंपनी से बातचीत चल रही है."
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