Kota Chambal River Canal Four Children Drawing: कोटा के समीप ही चम्बल की नहर में चार बच्चों के डूबने का मामला सामने आया है, जहां दो बच्चों को सकुशल निकाल लिया गया जबकि दो बच्चों के शव काफी देर बाद बरामद हुए हैं. यह पूरा मामला केशवराय पाटन थाना इलाके के सींता नहर का है.


बच्चों के डूबने की सूचना पर पुलिस महकमे व आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चों की तलाश शुरू की गई, कुछ दूरी पर बच्चों के शव मिल गए हैं. कोटा में नहर खुली पड़ी है, ना तो सुरक्षा दीवार है और न ही सुरक्षा के कोई इंतजाम हैं, जिस कारण हादसे होते रहते हैं.


नहर में नहाने के दौरान हुआ हादसा
पुलिस उपाधीक्षक आशीष भार्गव ने बताया कि ये नहाने के लिए केशोरायपाटन इलाके में मेराना गांव के नजदीक सींता नहर में गए थे, जहां पर यह हादसा हुआ है. सूचना पर कुन्हाडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, मामला केशवराय पाटन थाना क्षेत्र का है. कुन्हाडी पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी, उसके बाद बच्चों की तलाश की गई और नगर निगम के गोताखोर के साथ्ज्ञ एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई और बच्चों की तलाश की गई तब दो बच्चों की बाडी मिल गई, यह बच्चे यहां नहाने आए थे तभी हादसा हो गया. 
 
पानी का बहाव तेज होने से हुआ हादसा 
केशोरायपाटन के पुलिस उपाधीक्षक आशीष भार्गव ने बताया कि शव निकाल लिए गए हैं. ये चार बच्चे थे जिसमें सिद्धम अग्रवाल, यथार्थ योगी, आदित्य पांडे और पीयूष मीणा शामिल हैं. यह चारों बच्चे नहर में नहा रहे थे, नहर में पानी का फ्लो तेज था, यह बच्चे डूबने लगे जिसमें से सिद्धम अग्रवाल और यथार्थ योगी बाहर आ गए थे, जबकि आदित्य पांडे और पीयूष मीणा डूब गए. दोनों बच्चें के शव घटनास्थल से 50 से 60 मीटर की दूरी पर ही मिले हैं.


नहर में डूबने वाले बच्चों में शामिल पीयूष पुत्र कमलेश मीणा जो रिद्धि सिद्धि एनक्लेव में रहता था. वहीं, आदित्य पुत्र सुशील पांडे जो कृष्ण विहार कॉलोनी में रह रहा था. ये अपने दोस्तों के साथ ही नहर पर नहाने गए थे जहां यह हादसा हो गया. पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है.


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