Kota News: राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्रों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. एक के बाद एक हादसे सामने आ रहे हैं. इस बार हॉस्टल संचालक की लापरवाही से छात्र की मौत की तस्वीरें सामने आई हैं. इस हृदय विदारक हादसे में हॉस्टल की छठी मंजिल से गिरकर एक कोचिंग छात्र की दर्दनाक मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, संतुलन बिगड़ने की वजह से छात्र छठी मंजिल से बालकनी की जाली सहित नीचे आ गिरा. यह दर्दनाक हादसा वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.


मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी करने 6 महीने पहले आया था कोटा
गिरने के बाद छात्र के साथी घटनास्थल पर पहुंचे और उसे तुरंत निजी अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई. आरोप है कि निजी अस्पताल ने मामले की गंभीरता देखने के बावजूद बच्चे का इलाज करने से मना कर दिया. इसी जद्दोजहद में उसकी जान चली गई. घटना कोटा के जवाहर नगर थाना इलाके के पेट्रोल पंप के पीछे बने हॉस्टल की है. 



मृतक छात्र ईशानांशु भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी का रहने वाला था और 6 महीने पहले ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए कोटा आया था. घटना के समय उसके साथ मौजूद दूसरे छात्र अभिषेक ने बताया कि गुरुवार देर रात को हॉस्टल की छठी मंजिल पर बैठकर कुछ दोस्त बातें कर रहे थे. सभी दोस्त जब जाने लगे, उसी समय ईशानांशु का संतुलन बिगड़ा और वह बालकनी की जाली सहित 6 मंजिल से नीचे आ गिरा.


अस्पताल प्रशासन पर इलाज न करने का आरोप
इस घटना से वहां पर मौजूद सभी दोस्तों में हड़कंप मच गया. सभी लोग भागकर नीचे आए और लहूलुहान पड़े दोस्त को किसी राहगीर की गाड़ी में डालकर तुरंत बसंत विहार स्थित निजी अस्पताल एसएन पारीक में लेकर गए. लेकिन, वहां पर उन्होंने बच्चे की इतनी गंभीर हालत देखते हुए भी इलाज से मना कर दिया और कहीं और ले जाने के लिए कहा. 


छात्रों का कहना है कि अगर समय रहते घायल छात्र को इलाज मिल जाता, तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. हॉस्टल में कार्यरत कर्मचारी ने कहा कि छठी मंजिल से गिरने के बाद बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका. मौके पर पुलिसकर्मी पहुंच गए थे, जिन्हें सीसीटीवी फुटेज और बाकी की जानकारी उपलब्ध करा दी गई है.


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