Kota Student Suicide Cases: शिक्षा नगरी कोटा (Kota) में लगातार हो रहे सुसाइड को रोक पाने में प्रशासन के तमाम इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि वह जेईई क्लियर नहीं कर पाया, इस वजह से उसने आत्महत्या कर ली. छात्र अभिषेक बिहार के भागलपुर से कोटा आकर इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की कोचिंग कर रहा था.
अभिषेक पीजी में ही सुसाइड कर लिया. कोटा में यह अब तक का पांचवा सुसाइड है. एक सुसाइड नोट भी पुलिस को प्राप्त हुआ है, जिसमें उसने जेईई क्लियर नहीं हो पाने के कारण सुसाइड की बात लिखी है. फिलहाल पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया है और परिजनों को इसकी सूचना दे दी है. परिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम होगा.
बिहार के भागलपुर का रहने वाला था छात्र
वहीं कोटा के विज्ञान नगर थानाधिकारी सतीश चंद्र ने बताया कि छात्र बिहार के भागलपुर जिले का निवासी है, जिसकी उम्र करीब 16 वर्ष है. वह विज्ञान नगर के तिरुपति होटल के नजदीक एक पीजी हॉस्टल में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था. इस जगह पर वह 15 दिन पहले ही आया था, इससे पहले वह किसी दूसरे पीजी में रहता था. पीजी संचालक ने पुलिस को आत्महत्या की सूचना दी.
पुलिस को मिला सुसाइड नोट
वहीं जब पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा बंद था, पुलिस ने पीछे के दरवाजे से जाकर देखा, तो छात्र मृत अवस्था में पड़ा हुआ था. बताया जा रहा है कि शायद उसने गुरुवार रात को ही सुसाइड कर लिया था. एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया और सैंपल लिया गया. थानाधिकारी सतीश चंद्र का कहना है कि उसके सुसाइड नोट में लिखा है कि 'वह जेईई को क्लियर नहीं कर पाया इसलिए उसने यह कदम उठाया.' पुलिस मामले की जांच कर रही है.