(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोटा में एक और स्टूडेंट ने किया सुसाइड, NEET की तैयारी के लिए 7 दिन पहले ही लिया था एडमिशन
Kota Suicide Case: कोटा में एक और छात्र ने खौफनाक कदम उठा लिया. इस साल कोटा में आत्महत्या करने का यह 12वां मामला है. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
Kota News Today: कोटा में एक और कोचिंग छात्र ने सुसाइड कर लिया. यह मामला कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि छात्र कुछ दिन पहले ही कोटा में नीट की तैयारी के लिए आया था. मृतक छात्र की पहचान 21 वर्षीय परशुराम के रूप में हुई है.
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. छात्र मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरसाना मथुरा का रहने वाला था और कोटा के एक प्राइवेट कोचिंग से नीट एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा था. वह पुराने जवाहर नगर इलाके के एक मकान में किराये पर रह रहा था.
7 दिन पहले कोटा आया था मृतक
मृतक छात्र ने कोटा में 7 दिन पहले आया था. नीट की तैयारी के लिए उसने एक निजी कोचिंग संस्थान में नीट एंट्रेंस की तैयारी करने के लिए एडमिशन लिया था. हफ्ते भर में छात्र के साथ ऐसी कौन सी घटना हुई, जिसकी वजह से उसने ये खौफनाक कदम उठाया, पुलिस जांच इस बारे में जांच कर रही है.
किराये के मकान में रहता था छात्र
इस संबंध में जवाहर नगर थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के मानपुर बरसाना निवासी 21 वर्षीय परशुराम पुत्र खचरमल जवाहर नगर में एक किराये के मकान में रहता था. उन्होंने बताया कि कल बुधवार (4 सितंबर) की रात 11.30 बजे उसके मकान मालिक अनूप कुमार ने पुलिस कंट्रोल रूम को इस बारे में सूचना दी.
इसकी सूचना मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय राजेश टेलर, थानाधिकारी जवाहर नगर हरिनारायण शर्मा और पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा. एफएसएल टीम को भी साक्ष्य एकत्रित करने के लिए मौके पर बुलाया गया. इसके बाद मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया गया है.
पीजी में नहीं हो रहा गाइडलाइन का पालन
कोटा जिला प्रशासन की गाइडलाइन मुताबिक, अभी भी कई पीजी और हॉस्टल संचालक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. जिस जगह छात्र ने आत्महत्या किया, वहां हैंगिंग डिवाइस नहीं थी और ना ही यहां के लोगों ने गेट कीपर ट्रेनिंग ली है.
इसके अलावा जिला प्रशासन ने सभी पीजी और हॉस्टल रूम में हैंगिंग डिवाइस लगाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन इस पीजी रूम में पंखे में हैंगिंग डिवाइस नहीं था. पुलिस इस बारे में भी प्रशासन को जांच के बाद पूरी रिपोर्ट भेजेगी.
मकान मालिक ने पुलिस को दी सूचना
सब इंस्पेक्टर गोपाल लाल बैरवा ने बताया कि मकान मालिक ने परशुराम को शाम को कपड़े सुखाते हुए देखा था, लेकिन इसके बाद जब वह नजर नहीं आया तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया. पुलिस के मुताबिक, जब छात्र ने गेट नहीं खोला तो मकान मालिक ने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी.
बता दें, कोटा में कोचिंग छात्र की आत्महत्या का यह 12वां मामला है. पुलिस ने मृतक छात्र के परिजनों को सूचना दे दिया है. मृतक छात्र के परिजन कोटा पहुंच गए हैं. मृतक छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाने पुलिस ने अंतिम संस्कार को परिजनों को सौंप दिया है.
दो साल से कर रहा था तैयारी
मृतक छात्र के चाचा चतर सिंह ने कहा कि हमारा बच्चा ऐसा नहीं था, हम मजदूरी कर उसे पढ़ा रहे थे. उन्होंने बताया कि छात्र 30 अगस्त को ही वापस कोटा आया था.
पीड़ित चाचा चतर सिंह ने इस मामले की जांच करने की मांग की है. उन्होंने बताया कि परशुराम काफी बात करता था. हम उसे लगातार फोन कर रहे थे, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया, जिसके बाद हम यहां आए.
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