Kota News: कोचिंग स्टूडेंट्स की समस्या का एक क्लिक पर समाधान, तनाव मुक्ति के लिए प्रशासन ने किए ये उपाय
Kota Coaching Student: कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स की समस्या के समाधान और उन्हें तनाव मुक्त रखने के लिए जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. इसके तहत अधिकारी स्टूडेंट्स से मिलकर उनसे बातचीत कर रहे हैं.
Kota News Today: पूरे देश से कोटा में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्टूडेंट कोटा पहुंचते हैं. ऐसे में उन स्टूडेंट को कोई परेशानी न हो, स्टूडेंट्स की समस्याओं के त्वरित समाधान सहित अन्य सुविधाओं को पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है.
इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारी स्टूडेंट से उनके हॉस्टल, कोचिंग और उनके मेस आदि में पहुंचकर संवाद कर रहे हैं. इस दौरान स्टूडेंट्स को अगर कोई समस्या आती है तो उसका त्वरित समाधान मौके पर ही किया जा रहा है. कोचिंग स्टडेंट्स को सपोर्ट करने और उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के जरिये लगातार उनकी पैरेंटिग की जा रही है.
इसके साथ ही कई हेल्पलाइन चलाई जा रही हैं, जिस पर एक संदेश भेजते ही उसके समाधान का प्रयास शुरू हो जाता है. इस मामले में स्टूडेंट जब तक संतुष्ट नहीं होता है, उसको फॉलोअप लिया जाता है.
अधिकारियों ने तनाव से निपटने के दिए टिप्स
पैरेंटिंग के प्रयास की श्रंखला में विभिन्न विभागों से जुडे अधिकारी हॉस्टल और कोचिंग संस्थानों में जाकर स्टूडेंट्स के साथ संवाद कर रहे हैं. इसी क्रम में कई अधिकारी विद्यार्थियों से रूबरू हुए. अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ खाली समय में या भोजन के दौरान उनके बीच पहुंच कर संवाद किया.
उनकी दैनिक दिनचर्या, पढ़ाई, सुविधाओं आदि के बारे में बातचीत की. स्टूडेंट्स को तनाव रहित रहते हुए अध्ययन करने के टिप्स दिए गए. उन्हें बताया गया कि किस तरह छोटे-छोटे लक्ष्य तय करते हुए आगे बढे़ं. कॅरियर के नए विकल्पों को खुला रखने के लिए प्रेरित किया गया.
एंटी हैंगिंग डिवाइस की जांच
अधिकारियों ने हॉस्टल्स में सुविधाओं, एंटी हैंगिंग डिवाइस की उपलब्धता, भोजन की गुणवत्ता आदि का भी निरीक्षण किया. जिला रसद अधिकारी पुष्पा हरवानी, उपायुक्त नगर निगम जवाहर जैन, उप निदेशक महिला बाल विकास गजेन्द्र सिंह सहित विभिन्न अधिकारियों ने विद्यार्थियों के साथ संवाद कर कोचिंग और हॉस्टल का निरीक्षण भी किया.
'गेटकीपर ट्रेनिंग कराना जरुरी'
कामयाब कोटा अभियान के क्रम में कोचिंग स्टूडेंट्स को मेंटल सपोर्ट प्रदान करने, तनाव और अवसाद की प्रारंभिक स्तर पर पहचान करने के लिए कोचिंग क्षेत्र और हॉस्टल में कार्यरत संचालकों, कार्मिकों की गेटकीपर ट्रेनिंग का दूसरा चरण 17 जून से प्रारंभ होगा.
जिला कलेक्टर डॉ रविन्द्र गोस्वामी ने इस संबंध में अहम निर्देश दिए हैं. जिला कलेक्टर ने कहा कि हॉस्टल संचालक प्रत्येक कार्मिक को उक्त प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें, अन्यथा उनके विरूद्ध जिला प्रशासन द्वारा नियमानुसार विधिक कार्रवाई किया जाएगा.
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