Rajasthan Politics: नगर विकास न्यास द्वारा 1500 करोड़ से बनाए गए रिवर फ्रंट के संचालन में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाए गए हैं. कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि करोड़ों रुपए खर्च कर शहर वासियों को गुमराह करके प्रचारित किया गया कि हमने 1500 करोड़ में ऐसा वैश्विक अजूबा तैयार कर दिया है की यह कोटा की ग्रोथ बढ़ा देगा. रोजगार जनरेट कर देगा, लोगों की आजीविका बढ़ जाएगी और साथ ही यूआईटी को भी मालामाल कर देगा.
परंतु ऐसा नहीं हुआ जब यूआईटी द्वारा टेंडर निकाला गया कि संवेदक आए खुद कमाए खुद खाए, बस 5 करोड रुपए सालाना यूआईटी को दे दे, तो दो-दो बार टेंडर निकालने पर भी जब कोई नहीं आया तो उल्टा कुछ अव्यवहारिक शर्तों के साथ 20 करोड़ से अधिक सालाना के हिसाब से 5 साल का 100 करोड रुपए उल्टा संवेदक को देने की शर्तों के साथ रिवर फ्रंट के रखरखाव का टेंडर निकाला.
5 साल में जीएसटी सहित 182 करोड रुपए यूआईटी संवेदक को देगी
गुंजल ने कहा कि 5 साल में जीएसटी सहित 182 करोड रुपए यूआईटी संवेदक को देगी, साथ ही यह भी शर्त शामिल की गई की इस टेंडर को आगे भी 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि यूआईटी की जेब काटकर मंत्री शांति धारीवाल सिंगल बिड पर प्राप्त निविदा के संवेदक पर इतनी मेहरबानी क्यों कर रहे हैं, यह सारा शहर जानता है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारा का सारा खेल अपने बेटे के लिए किया जा रहा है.
'देश में सिंगल निविदा स्वीकार नहीं की जाती है'
गुंजल ने कहा कि संभवतया पूरे प्रदेश में व देश में सिंगल निविदा स्वीकार नहीं की जाती है, परंतु इस राज में कमीशन खोरी व चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए निवदाओं में इस तरह की शर्तें जोड़ी जाती हैं कि सिर्फ सिंगल टेंडर ही प्राप्त हो, वह भी बीएसआर रेट से कई अधिक दरो पर. इसी प्रकार इस निविदा में भी सिंगल बिड पर कार्यादेश जारी किया गया. इसके बाद कागजी खाना पूर्ति करते हुए संवेदक से नेगोशिएशन किया गया और उसे 5 वर्ष का कार्य करने का ठेका दे दिया गया, जो की नगर विकास न्यास की दर से 5 वर्ष के लिए 100 करोड़ में आमंत्रित किया गया था. वही टेंडर संवेदक को 154 करोड़ 63 लाख व 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से दे होगी के रूप में दे दिया गया.
रिवर फ्रंट पर तैनात ड्राइवर का वेतन 74 हजार से अधिक
गुंजल ने कहा कि रिवर फ्रंट पर कार्यरत स्टाफ के वेतन जो टेंडर में रखे गए हैं वह चौंकाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट पर इलेक्ट्रिक व्हीकल चलने वाले 20 ड्राइवर रखे जाएंगे. जिसमे प्रति ड्राइवर वेतन 74,250 प्रति माह 8 घंटे की सिंगल शिफ्ट के लिए होगा. रिवर फ्रंट मैनेजर का वेतन 2,22,000 रुपए प्रतिमाह, फैसिलिटी मैनेजर का वेतन 1,23,200, इवेंट मैनेजर का वेतन 83,600 प्रतिमाह, इवेंट स्टाफ का वेतन 43,600 प्रतिमाह, लाइजनिंग हेड 66,000 प्रतिमाह, असिस्टेंट फैसिलिटी मैनेजर 77,000, हाउस कीपिंग सुपरवाइजर 22,330, बाउंसर 18,700 प्रतिमाह. गुंजल ने आरोप लगाया कि इसमें भी स्टाफ के वेतन के नाम पर भी भारी भ्रष्टाचार होगा.
पर्दे के पीछे यदि बेटा नहीं है तो मंत्री निरस्त करें टेंडर
गुंजल ने आरोप लगाते हुए कहा कि रिवर फ्रंट संचालन के नाम पर हुए करोड़ों के टेंडर के पीछे यदि बेटा नहीं है तो मंत्री शांति धारीवाल को नैतिकता के नाते टेंडर को निरस्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारी भरकम वेतन की आड़ में बेरोजगारों को कम वेतन पर रखा जाएगा, व बड़ी राशि भ्रष्टाचार के रूप में बेटे को प्राप्त होगी.
गोमती रिवर फ्रंट की तरह जेल जाएंगे अधिकारी
गुंजल ने कहा कि जिस तरह गोमती रिवर फ्रंट पर डेढ़ सौ करोड़ के कामों के भ्रष्टाचार में सीबीआई ने 150 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, जिसमें चीफ इंजीनियर गिरफ्तार भी हुआ है और भी लोग गिरफ्तार होंगे. उन्होंने कहा कि मैं अभी इस पूरे भ्रष्टाचार को लेकर ईडी को पत्र लिख रहा हूं. तीन महीने बाद हमारा राज आने पर इसकी सीबीआई जांच करवाएंगे और इस रिवर फ्रंट में हुए 400 से 500 करोड़ के भ्रष्टाचार में भी गोमती रिवरफ्रंट की तरह कई लोग जेल जाएंगे.
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