Kota Crime News: कोटा (Kota) के बहुचर्चित नाबालिग छात्रा की हत्या के मामले में कोर्ट र्में ऐतिहासिक फैसला देते हुए आरोपी कोचिंग टीचर गौरव जैन को अंतिम सांस (मृत्युपर्यंत) तक कारावास की सजा से दंडित किया है. ये मामला कोटा में काफी चर्चा में रहा था. आरोपी पुलिस की नाक में दम कर चुका था और हाथ नहीं आ रहा था. सूचना देने वालों को पुलिस ने 10 हजार और कोटा की संस्थाओं ने 5 लाख के इनाम की घोषणा की थी. ये आरोपी इतना शातिर था कि वह हत्या कर घर से स्कूटी से फरार हुआ और स्कूटी को कहीं छोडकर सलवार सूट पहनकर बस में फरार हो गया.
शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि 13 फरवरी 2022 को फरियादी ने रामपुरा कोतवाली में एक रिपोर्ट दर्ज कराई की उनकी पुत्री विगत तीन वर्षो से गौरव जैन निवासी कोटा के यहां टयूशन पढ़ने जाती थी. रविवार को वो सुबह लगभग 10:45 मिनट पर गौरव जैन के घर ट्यूशन पढ़ने गई थी. दोपहर 12:30 बजे गौरव जैन का उनकी पत्नी के मोबाईल नम्बर पर फोन आया था कि दोपहर एक बजे आपकी लड़की फ्री हो जाएगी. आप उसको ले जाना. इसके बाद वो एक बजे लेने गए तो उन्होंने देखा कि मैन गेट की कुन्डी लगी हुई थी. उन्होनें कुन्डी खोली तो वो चौंक गए. वहां पर लगभग सभी कमरों में ताले गले हुए थे. इसके बाद उन्होनें गौरव जैन को फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया. इसके बाद उन्होंने सभी जगह प्रयास किया, लेकिन कहीं पता नहीं चला.
पुलिस के लिए चैलेंज बन गया था ये केस
उन्होंने बताया कि इसके बाद उनका भाई भी आ गया और गौरव जैन के माता पिता किसी कार्यक्रम में गए थे वह भी आ गए. बाद में वो जिसमें ट्यूशन पढाता था वहां ताला तोडा तो बेटी अंदर पडी हुई थी. शरीर पर निशान थे हाथ पैर बंधे थे. इसके बाद उसे वो लोग अस्पताल लेकर गए, जहां वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि मामला गंभीर था. कोटा में विरोध प्रदर्शन बढता जा रहा था. आए दिन कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. पुलिस के लिए यह कैस चैलेंज बन गया था. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आईजी के निर्देश पर 33 टीमों का गठन किया गया.
पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने क्या बताया
पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि पुलिस टीमों ने देईखेडा, केशोरायपाटन, देई, नैनवा, लाखेरी, इन्द्रगढ, कापरेन, लबान, बुंदी, बारां, सवाई माधोपुर, टोंक, पदमपुरा, सांगानेर, जयुपर, गंगापुर सिटी, श्री महावीरजी, हिंडौन सिटी, करौली, झालावाड़ और लहार (ग्वालियर एमपी ), सोनागिर (दतिया एमपी), कुन्डलपुर (एमपी) झांसी (एमपी). जावद (एमपी), गुडगांव, नोयडा, दिल्ली में टीमें भेजकर अभियुक्त गौरव जैन के रिश्तेदारों और परिचितों के मकान पर अभियुक्त की तलाश की गई. यही नहीं अभियुक्त द्वारा आत्महत्या का प्रयास किए जाने की आशंका के मददेनजर चम्बल नदी और नहरों में भी टीमों द्वारा तलाश किया गया था. तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक अमर सिंह वृताधिकारी वृत पश्चिम कोटा शहर के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा गुरूग्राम हरियाणा से 22 फरवरी 2022 को अभियुक्त गौरव जैन को गिरफ्तार किया गया और न्यायालय पोक्सो क्रम-1 कोटा में 21 मार्च 2022 को पेश किया गया.
राज्य सरकार ने नियुक्त किया स्पेशल लोक अभियोजक
प्रकरण की गंभीरता की देखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कोटा शहर द्वारा प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया. राज्य सरकार द्वारा प्रकरण में त्वरित सुनवाई के लिए स्पेशल लोक अभियोजक महावीर सिंह किशनावत को नियुक्त किया था. पुलिस अधीक्षक कोटा शहर द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए डे टू डे मानिटरिंग की गई. समय पर गवाहों के बयान कोर्ट में करवाए गए. इतना ही नहीं प्रकरण के केस ऑफिसर और स्पेशल लोक अभियोजक से समय-समय पर न्यायिक प्रक्रिया वास्तु स्थिति के बारे में चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए. जिसके परिणाम स्वरूप न्यायालय पोक्सो क्रम -1 कोटा द्वारा प्रकरण की त्वरित सुनवाई करते हुए 23 अगस्त 2023 को मुलजिम गौरव जैन को अंतिम सांस (मृत्युपर्यन्त) तक कारावास दिए जाने ऐतिहासिक और कठोर सजा सुनाई गई.
डेढ माह पहले से रच रहा था साजिश
अभियुक्त गौरव जैन की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हुए चौकाने वाले खुलासे हुए अभियुक्त गौरव जैन एक बीटेक किया हुआ (एम.टेक. अध्ययनरत) उच्च शिक्षित, शातिर और आपराधिक सोच रखने वाला व्यक्ति हैं. अभियुक्त गौरव जैन उसे हांसिल करना चाहता था और नहीं मानी तो हत्या करने की योजना पूर्व नियोजित थी. इसके लिए अभियुक्त लगभग एक डेढ माह पूर्व से सुनियोजित तरीके से योजना बना रहा था. मोबाइल पर किसी भी सर्च इन्जन में कोई भी ऐसी जगह या तरीका सर्च नहीं किया, जिससे पुलिस उस तक पहुंच सके. अभियुक्त गौरव जैन नाबालिग बालिका की हत्या करने के लिए 13 फरवरी 2022 रविवार के दिन का चुनाव इसलिए किया, क्योंकि उस दिन आस-पास का बाजार बन्द था और उस दिन अभियुक्त के परिवार में शादी एंव मुंडन का कार्यक्रम होने से परिवारजन भी घर से बाहर गए हुए थे, जिस कारण पूरा घर सुनसान और आस-पास के इलाके में लोगों की आवाजाही भी न के बराबर थी.
एक महीने तक महिला का रूप धारण करने का अभ्यास किया
गौरव जैन ने वारदात करने के बाद पुलिस को चकमा देने और फरार होने के लिए लगभग एक सप्ताह तक हुलिया बदलकर महिला का रूप धारण करने अभ्यास किया था, जिससे वो वारदात करने के बाद पुलिस की आखों में धूल झोंककर आसानी से फरार हो सके. गौरव जैन ने नाबालिग छात्रा की हत्या के पूर्व खुद के मुंह पर तकिया लगाकर परीक्षण किया तो हल्की सांस आ रही थी तो उसने तकिये के ऊपर पोलिथिन लगाकर अपने मुंह पर रखकर चैक किया था. आश्वस्त होने पर ये तरीका फाईनल किया था. गौरव जैन ने हत्या करने से एक दिन पहले ही वारदात करने के बाद फरार होने के लिए अपने खाते से समस्त जमा राशि का निकासी एटीएम के माध्यम से कर ली थी.
मिनाक्षी के नाम से बस में टिकट पहले ही करा ली थी बुक
उसने निजी बस में एक टिकट छदम नाम मीनाक्षी के नाम से कोटा से हरिद्वार के लिए बुक करवाली थी. उसने बाजार में महिलाओं के द्वारा उपयोग में लिए जाने वाले कपड़े के दस्ताने और स्कार्फ खरीदा. उसने छात्रा की हत्या करने के बाद उसकी मां को फोन कर आश्वस्त किया कि वह लेट आएगी उसकी एकस्ट्रा क्लास है, ताकी उसे भागने का समय मिले. वारदात के बाद भागते समय अपने मोबाइल को किशोर सागर तालाब के गहरे पानी में डाल दिया. उसे यह पता था की मोबाइल वाटरप्रूफ है, जो काफी देर तक एक्टीव रहेगा. पुलिस उसकी लोकेशन में गुमराह हो जाएगी. घर से भागते समय उसने अपनी बड़ी बहन के कपडे (प्लाजों और सूट), महिलाओं के द्वारा उपयोग में लिए जाने वाले कपड़े के दस्ताने, स्कार्फ और एक पुराना शॉल अपने साथ ले गया था.
कोटा से स्कूटी लेकर भागा
गौरव जैन पुलिस को चकमा देने के लिए एक्टीवा लेकर घर से निकल कर रामपुरा बर्तन बाजार से होता हुआ सरोवर पार्किंग के पास से जनाना घाट होते हुए अग्रसेन सर्किल से नयापुरा सरस्वती होटल के सामने से एमबीएस होस्पीटल होते हुए खेडली फाटक से रंगपुर पुलिया से भदाना होते हुए रंगपुर रोड पेट्रोल पम्प पहुंचा, जहां उसने एक्टीवा में पेट्रोल भरवाते वक्त जानबूझकर केशोरायपाटन का रास्ता पूछा ताकि पुलिस पीछा करते हुए यहां तक पहुंचे तो पेट्रोल पम्पकर्मी से पूछताछ कर गुमराह हो जाए और अभियुक्त समय रहते हुए कोटा छोड़ सके. गौरव जैन ने अपनी एक्टीवा को गुड़ला स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित मैगा हाईवे के एक खण्डरनुमा मकान के पीछे खड़ा कर हुलिया बदलकर महिला का रूप धारण किया. इसके बाद मेन रोड पर आकर लिफ्ट लेकर वापस कोटा में नयापुरा विवेकानन्द सर्किल पर आया.
कोटा से हरिद्वार चला गया था
इसके बाद वो पहले से महिला के नाम पर बुक कराई हुई टिकट से महिला के भेष में बस द्वारा कोटा से हरिद्वार चला गया था. हरिद्वार से वो देहरादून पहुंचा. वहां पर कोविड टेस्ट के दौरान गलती से खूद का मोबाइल नम्बर लिखा दिया तो उसे लगा कि उसे साईबर टीम ट्रेक कर लेगी तो वो वहां से वापस तुरन्त ही हरिद्वार आ गया. उसी दिन हरिद्वार से बरेली रवाना हो गया. बरैली से लखनऊ, गौरखपुर होते हुए वो पटना पहुंच गया पटना से बोद्ध गया होते हुए वो मधुवन बिहार पहुंच गया. मधुवन में गौरव जैन तीन दिन तक रहा, वहां उसने बाल कटवाए और अगले दिन सम्मेद शिखर के दर्शन किये. मधुवन से रवाना होकर रांची वाराणसी होते हुए आगरा पहुंचा मथुरा से वल्लभगढ होते हुए गुरूग्राम हरियाणा गया.
इस पूरी फरारी के दौरान अभियुक्त गौरव जैन कोटा में घट रहे घटनाक्रम को रास्ते में मिले लोगों से फोन मांग कर गुगल में सर्च करके देखता और सर्च हिस्ट्री डिलिट करके वापस फोन दे देता था. पैसे खत्म होने पर वो गुरुग्राम आया तो उसने अपनी बहन के फ्लैट के आस पास पुलिस के मूवमेन्ट पर नजर रखने के लिए भी देर रात्रि और प्रात: जल्दी के समय का चयन किया था, लेकिन अंत में धरा गया.