Rajasthan Crime News: कोटा शहर (Kota City) में राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के निलंबित असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) ने आपसी रंजिश के चलते एक व्यक्ति को गोली मार दी है. गोली लगने से व्यक्ति गम्भीर रुप से घायल हो गया है, जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच प्रोपट्री को लेकर विवाद चल रहा है, बीते दिनों किसी बात को लेकर बहस के दौरान आरोपी ने घायल पर गोली चला दी.
पुलिस ने बताया कि आरोपी रविंद्र सिंह उर्फ चिंटू और गोली लगने से घायल युवराज रिश्ते में भाई हैं. दोनों में नीजि प्लाट को लेकर विवाद चल रहा था. पुलिस ने घायल की तहरीर पर रणवीर सिंह, सुजान सिंह, रविंद्र सिंह उर्फ सिंटू और डॉ. इकरार के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है.
50 लाख के प्लाट को लेकर चल रहा है विवाद
ये पूरा मामला एक भूखंड को लेकर हुआ है. जिसकी कीमत 50 लाख बताई जा रही है. पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ का कहना है कि युवराज सिंह को गोली लगी है और हमलावर भी उसके रिश्तेदार हैं. मामला प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ा हुआ है. आरोपी रणवीर सिंह सहायक उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत था. उस पर एसीबी ने रिश्वत के मामले में ट्रैप की कार्रवाई की थी, फिलहाल वह निलंबित है.
पुलिस उप अधीक्षक प्रथम अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि शुक्रवार को भी दोनों पक्षों के बीच प्लाट को लेकर फोन पर गाली-गलौच हो गई थी. इस दौरान घायल युवराज सिंह अपने दूसरे मकान शिवपुरा इलाके में गया था, जहां से वापस आते समय देर रात फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया, गोली युवराज के पेट में लगी है. फिलहाल उसका इलाज जारी है.
आरोपी एएसआई 40 हजार की रिश्वत लेते हुआ था गिरफ्तार
एएसआई के खिलाफ एसीबी ने कार्रवाई की थी, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया था. रणवीर सिंह पहले ग्रामीण पुलिस लाइन के इटावा थाने में तैनात था, जहां पर उसे एसीबी ने 40 हजार की रिश्वत लेते हुए टेप किया था. टेप की कार्रवाई के दौरान रणवीर फरार हो गया था, एएसआई रणवीर ने धोखाधड़ी के मुकदमे में परिवादी के परिचितों को गिरफ्तार नहीं करने के लिए 40 हजार की रिश्वत मांगी थी. एसीबी की कार्रवाई के दौरान वह फरार हो गया था जिसे बाद में गिरफ्तार किया कर लिया गया. उच्चाधिकारियों ने उसे निलंबित कर दिया था.
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