Rajasthan Flood: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा संभाग (Kota Division) में हुई बारिश से नदियों में उफान आने के चलते बाढ़ आ गयी है. नदी किनारे के खेतों और गांवों में काफी तबाही हुई है जिसके चलते किसानों को भी भारी मात्रा में नुकसान हुआ. कोटा संभाग में 1175703 हेक्टेयर में खरीफ की बुवाई हुई है, जिसमें करीब 195186 हेक्टेयर की फसल खराबा माना जा रहा है. यहां संभाग के झालावाड़ (Jhalawar) जिले के मनोहरथाना, रायपुर, खानपुर, पिड़ावा, अकलेरा, बकानी, सुनेल, पचपहाड़, गंगधार, डग, झालरापाटन और असनावर इलाके में नुकसान हुआ.


कोटा जिले के लाडपुरा, सांगोद, रामगंजमंडी, इटावा, कनवास, दीगोद इलाके में नुकसान हुआ है. इसी तरह बूंदी जिले में लाखेरी, केशोरायपाटन, नैनवा, इंद्रगढ़ में नुकसान हुआ है. बारां जिले में बारां, मांगरोल, अंता, अटरू, किशनगंज, छीपाबड़ौद में नुकसान देखने को मिला है. 


झालावाड़ में सबसे अधिक फसल खराब 


हाड़ौती संभाग में सर्वाधिक खराब हालत झालावाड़ जिले में हुआ है. कृषि विभाग की मानें तो इस बार 334819 हेक्टेयर में बुवाई हुई थी जबकि 84958 हेक्टेयर फसल खराब हो गई. इसी प्रकार कोटा जिले में 256678 हेक्टेयर में सोयाबीन, उड़द और मक्का सहित अन्य फसल किसानों द्वारा बुआई की गई थी जिनमे 56029 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है. बूंदी जिले में 245396 हेक्टेयर बुवाई हुई थी, जबकि नुकसान 34756 हेक्टेयर में नुकसान हुआ है. वहीं बारां जिले में 338810 हेक्टेयर में बुवाई होने के साथ सबसे कम 19446 हेक्टेयर फसल खराब हुई है. 


किसानों ने कहा- जल्द मिले 100 फीसदी मुआवजा


इन जिलों के किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द 100 फीसदी मुआवजा देने की मांग की है. हालांकि हाड़ोती दौरे पर रहे प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी किसानों से बातचीत में कहा है कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं. ताकि जल्द से जल्द गिरदावरी रिपोर्ट को तैयार करवा कर किसानों को मुआवजा दिलवाया जा सके. किसानों ने कहा कि उड़द सोयाबीन की फसल करीब-करीब उपज होकर तैयार थी. लेकिन आसमान से बरसी आफत ने पूरी फसलों पर पानी फेर दिया, हमे बड़ा नुकसान हमें हुआ है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष की जो आमद हमें मिलती वह आमद पानी में हमारी आंखों के सामने बह गई. 


बूंदी में फसलों में 30% तक नुकसान


भारी बरसात से चावल और मक्का में 10 फीसदी, सोयाबीन और उड़द में 25 से 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है. अभी बारिश चल रही है, ये फसली नुकसान का प्रारंभिक आकलन है. बाद में फाइनल सर्वे में सटीक नुकसान सामने आएगा. बूंदी तहसील में चावल-5 फीसदी तक मक्का-5 से 10 फीसदी, उड़द 25 से 30 फीसदी, सोयाबीन 25 से 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है. हैक्टेयर में देखें तो चावल में 50, मक्का में 500, उड़द में 1250 और सोयाबीन में 1300 हैक्टेयर में नुकसान हुआ है. तालेड़ा तहसील चावल में 5 फीसदी तक मक्का में 15 से 20, उड़द और सोयाबीन में 20 से 25 फीसदी तक नुकसान हुआ है. हैक्टेयर के हिसाब से चावल में 25 हेक्टेयर में, मक्का 550, उड़द 250 खराब हुई है.


Bundi News: भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का सीएम गहलोत ने किया हवाई सर्वेक्षण, हर संभव मदद के दिए निर्देश


Kota Crime News: फलों का ठेला लगाने की बात पर हुआ झगड़ा, युवक ने चचेरे भाई को उतारा मौत के घाट