Fraud Mobile Sim Case: एटीएस की टीम (ATS Team) ने कोटा जिले में फर्जी मोबाइल सिम (Fake Mobile Sim Card) जारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. टीम ने शनिवार को कोटा में पांच और जिले के सुल्तानपुर में एक मोबाइल एंटरप्राइजेज पर कारवाई कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. टीम अब तक गिरोह के कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.  


जयपुर के पुलिस उप महानिरीक्षक अंशुमान भोमिया के नेतृत्व में गठित टीम ने स्थानीय टीम के साथ कोटा में शनिवार को फर्जी सिम जारी करने वाले डिस्ट्रीब्यूटर्स रामचन्द्रपुरा स्थित आकाश मोबाईल और भगवती मोबाइल, दादाबाड़ी स्थित शर्मा कम्युनिकेशन, सुनम एन्टरप्राईजेज और विनय मोबाइल, कोटा ग्रामीण जिले में सुल्तानपुर स्थित रवि मोबाइल के खिलाफ कार्रवाई की गई. 


इन लोगों को भी किया गया गिरफ्तार


एटीएस ने दादाबाड़ी हनुमान बस्ती निवासी आकाश शर्मा, बैरवा बस्ती निवासी रवि प्रकाश को गिरफ्तार किया. एटीएस ने इससे पहले भी 23 फरवरी को कोटा में कार्रवाई कर पांच फर्जी सिम जारी करने वाले डिस्ट्रीब्यटर्स के खिलाफ कार्रवाई कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें सुल्तानपुर के दिव्या एंटरप्राइजेज, दीगोद के वर्धमान मोबाइल, बोरखेड़ा में सुदर्शन मोबाइल, मोदिका एन्टरप्राइजेज, लक्की एन्टरप्राइजेज के खिलाफ कार्रवाई की थी और दादाबाड़ी बसंत विहार निवासी विनय जैन, महेन्द्र कुमार, कोटड़ी गोवर्धनपुरा निवासी हेमराज को गिरफ्तार किया था.


ऐसे काम आता है सिम मॉडम बॉक्स


सिम मॉडम बॉक्स एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बेस पर काम करता है. वीओआईपी कॉल को साधारण वॉईस कॉल में बदलकर फर्जी मोबाइल सिमों से ग्राहक तक साधारण कॉल पहुंचाता है. जिससे दूरसंचार विभाग और मोबाइल कंपनियों को उक्त कॉल्स की पहचान नहीं हो पाती. सिम मॉडम बॉक्स छोटे मोबाइल एक्सेंज के रूप में कार्य करता है जो देश में अवैध है. विदेश में बैठा व्यक्ति वीओआईपी कॉल करके भारत में मौजूदा व्यक्ति से साधारण कॉल से बात कर सकता है.


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